पीएम मोदी, फोटो- सोशल मीडिया
PM Modi Gujrat Visit: प्रधानमंत्री मोदी आज अपने गृहनगर में होंगे। यहां वो कई परियोजनाओं की शुरुआत करने वाले हैं। पीएम मोदी भावनगर से अपने कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे और लोथल में बन रहे मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण भी करेंगे।
प्रधानमंत्री का दौरा सुबह 10:30 बजे भावनगर में एक कार्यक्रम के साथ शुरू होगा, जहां वे एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह धोलेरा का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और दोपहर 1:30 बजे एक समीक्षा बैठक करेंगे। इसके अलावा पीएम लोथल में निर्माणाधीन नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स की प्रगति का भी जायजा लेंगे।
करीब 4,500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह कॉम्प्लेक्स 375 एकड़ में फैला है। इसमें दुनिया का सबसे ऊंचा लाइटहाउस म्यूजियम, 14 थीम आधारित गैलरी, तटीय राज्यों के पवेलियन, चार थीम पार्क और एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की योजना है। इसके अलावा यहां 100 कमरों वाला टेंट सिटी, रिसॉर्ट, ई-कार सेवा और 500 इलेक्ट्रिक वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी होगी।
पीएम मोदी इस दौरे के दौरान समुद्री विकास से जुड़ी 7,870 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इसमें मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का उद्घाटन, कोलकाता पोर्ट में कंटेनर टर्मिनल की आधारशिला, पारादीप पोर्ट में कार्गो सिस्टम और कांडला पोर्ट में मल्टी-कार्गो टर्मिनल के विकास जैसे प्रोजेक्ट शामिल हैं। साथ ही एन्नोर, चेन्नई और कार निकोबार में भी कई नई सुविधाएं शुरू की जाएंगी।
राज्य में ऊर्जा, स्वास्थ्य, परिवहन और शहरी विकास से जुड़ी 26,354 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया जाएगा। इसमें चारा पोर्ट पर एचपीएलएनजी रीगैसिफिकेशन टर्मिनल, गुजरात की आईओसीएल रिफाइनरी के नए प्रोजेक्ट और पीएम-कुसुम योजना के तहत 475 मेगावाट का सोलर फीडर प्रमुख हैं।
प्रधानमंत्री कच्छ जिले के धोरडो गांव का भी उद्घाटन करेंगे, जो अब पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित हो गया है। इस गांव में 81 घरों की छतों पर 177 किलोवाट के रूफटॉप सोलर पैनल लगाए गए हैं। धोरडो ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ का दर्जा पाने के साथ गुजरात का चौथा सौर गांव बन गया है, इससे पहले मोढेरा, सुखी और मसाली को यह दर्जा मिल चुका है।
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कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री एक नई नीति भी शुरू करेंगे, जो समुद्री और बंदरगाह क्षेत्र के विकास से जुड़ी होगी। इसके साथ ही कई सरकारी और निजी संस्थाओं के बीच समझौते भी किए जाएंगे, जिनसे इस क्षेत्र में निवेश और रोजगार के नए रास्ते खुलने की उम्मीद है।