कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल (फोटो- सोशल मीडिया)
अहदाबाद: गुजरात की दो विधानसभा सीटों पर हाल ही में हुए उपचुनावों के नतीजों ने प्रदेश कांग्रेस के भीतर हलचल मचा दी है। कडी और विसावदर सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसे नैतिक जिम्मेदारी करार देते हुए कहा कि पार्टी की उम्मीदों पर खरा न उतरने की जिम्मेदारी वे खुद लेते हैं।
शक्तिसिंह गोहिल ने सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पहले ही भेज दिया है। राज्यसभा सांसद गोहिल को जून 2023 में गुजरात कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम निराशाजनक रहे और अब संगठन को नए नेतृत्व की जरूरत है।
कडी सीट पर भाजपा की बड़ी जीत
कडी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और यह भाजपा विधायक कर्सन सोलंकी के निधन के बाद खाली हुई थी। इस उपचुनाव में भाजपा के राजेंद्र चावड़ा ने कांग्रेस के रमेश चावड़ा को भारी अंतर से हराकर सीट पर कब्जा बरकरार रखा। चावड़ा ने लगभग 39,452 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जगदीश चावड़ा तीसरे स्थान पर रहे। यह हार कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है।
विसावदर में आप का परचम, भाजपा को मिली शिकस्त
विसावदर सीट पर आम आदमी पार्टी ने जोरदार वापसी की है। आप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने भाजपा उम्मीदवार किरीट पटेल को 17,554 वोटों से हराया। यह सीट पहले आप विधायक भूपेंद्र भायाणी के इस्तीफे से खाली हुई थी। कांग्रेस प्रत्याशी नितिन रणपरिया यहां तीसरे नंबर पर रहे। यह भी उल्लेखनीय है कि भाजपा 2007 से इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी है।
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गुजरात में कांग्रेस को मिली दोहरी हार ने पार्टी के लिए चिंतन की स्थिति पैदा कर दी है। शक्तिसिंह गोहिल का इस्तीफा जहां एक ओर नेतृत्व में बदलाव की ओर इशारा करता है, वहीं भाजपा और आप की मजबूती ने आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।