(सौजन्य सोशल मीडिया)
अमरेली (गुजरात) : कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और फिर हत्या की घटना का विरोध करते हुए पिस्तौल लहराने के आरोप में यहां एक डॉक्टर पर मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में पुलिस ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हुए डॉक्टरों और मेडिकल के छात्रों को आरोपी डॉक्टर संबोधित कर रहा था और इस दौरान उसने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल लहराई।
पुलिस ने इस मामले को लेकर डॉक्टर के खिलाफ गुजरात के अमरेली शहर में प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस उपाधीक्षक चिराग देसाई ने बताया कि यह घटना शुक्रवार रात करीब साढ़े सात बजे हुई। इस दौरान कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर हुई मेडिकल छात्र और ट्रेनी डॉक्टर कैंडल मार्च के लिए शहर के राजकमल चौक पर बड़ी संख्या में एकत्रित हुए थे।
पुलिस उपाधीक्षक चिराग देसाई के मुताबिक कैंडल मार्च शुरू होने से पहले अपने संबोधन के दौरान, निजी प्रैक्टिस करने वाले एक चिकित्सक डॉ जी.जे. गजेरा ने ‘लोगों में डर पैदा करने के इरादे से’ अपनी लाइसेंसी पिस्तौल लहराई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि डॉ गजेरा ने लाइसेंसी हथियारों के संबंध में जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी अधिसूचना का भी उल्लंघन किया।
इस मामले को लेकर डॉक्टर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 353 (1), (बी) (सार्वजनिक स्थान पर शरारतपूर्ण व्यवहार) और 270 (सार्वजनिक स्थान पर उपद्रव) तथा शस्त्र अधिनियम और गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक चिराग देसाई ने बताया कि ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) से जुड़े ये डॉक्टर और अमरेली के सरकारी अस्पताल के ट्रेनी डॉक्टर एवं कर्मचारी कोलकाता में हुई घटना के विरोध में ‘कैंडल मार्च’ निकालने के लिए एकत्र हुए थे।
आपको बता दें कि बीते 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला था। पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि डॉक्टर के साथ निर्मम तरीके से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से पूरे बंगाल समेत देश भर में लोगों में काफी गुस्सा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)