सपा विधायक अबू आजमी व उनका बेटा फरहान आजमी (सोर्स: सोशल मीडिया)
पणजी: समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी औरंगजेब को लेकर दिया बयान के बाद विवादों के घेरे में है। महाराष्ट्र के उपमुख्मंत्री एकनाथ शिंदे समेत कई नेताओं ने आजमी पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। इस बीच विधायक अबू आजमी की मुश्किलें और बढ़ गई है। अबू आजमी के बेटे के खिलाफ गोवा पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
गोवा पुलिस ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी के बेटे अबू फरहान आजमी और अन्य के खिलाफ राज्य में सार्वजनिक स्थान पर मारपीट करने और शांति भंग करने के आरोप में मामला दर्ज किया।
रेस्तरां मालिक और उद्यमी अबू फरहान आजमी अभिनेत्री आयशा टाकिया के पति हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब सपा विधायक अबू आजमी को मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली अपनी टिप्पणी के लिए महाराष्ट्र में प्राथमिकी और सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
गोवा पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उनके नियंत्रण कक्ष को सोमवार रात 11.12 बजे एक कॉल प्राप्त हुई, जिसमें कहा गया कि कैंडोलिम (उत्तरी गोवा जिला) के एक सुपर मार्केट में झगड़ा हो रहा है। कलांगुट पुलिस थाना के निरीक्षक परेश नाइक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि झगड़े के दौरान अबू फरहान आजमी ने प्रतिद्वंद्वी समूह से कथित तौर पर कहा कि उसके पास लाइसेंसी बंदूक है।
अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो पता चला कि दो समूहों के बीच मामूली बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसमें फरहान आज़मी का समूह भी शामिल था। पुलिस विज्ञप्ति के अनुसार, झगड़े में शामिल दोनों पक्षों को बाद में कलांगुट पुलिस थाना लाया गया। उन्हें शिकायत दर्ज कराने का मौका दिया गया, लेकिन दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया।
विज्ञप्ति में कहा गया कि ‘‘प्रोटोकॉल के अनुसार, उन्हें मापुसा के जिला अस्पताल में चिकित्सा परीक्षण के लिए भेजा गया, लेकिन उन्होंने मेडिकल एग्जामिनेशन से इनकार कर दिया।” पुलिस के मुताबिक, अबू फरहान आजमी ने संबंधित प्राधिकारी द्वारा जारी वैध हथियार लाइसेंस तथा गोवा में हथियार ले जाने का परमिट प्रस्तुत किया। मंगलवार सुबह कलांगुट पुलिस ने सभी आरोपियों के बयान दर्ज किए।
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पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि ‘‘चूंकि इसमें शामिल व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर झगड़ा कर रहे थे, सार्वजनिक शांति भंग कर रहे थे और दंगा-फसाद कर रहे थे, इसलिए कलांगुट पुलिस थाना ने सरकार की ओर से पीएसआई परेश सिनारी की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है।”