शारदा सिन्हा (सौजन्य: सोशल मीडिया)
मुंबई: दिग्गज गायिका शारदा सिन्हा इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दी हैं। शारदा सिन्हा का 05 नवंबर यानी मंगलवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। शारदा सिन्हा ने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। गायिका बीते 10 दिनों से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थीं। उनको लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। हालांकि ऑक्सीजन लेवल गिरने के वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
बीजेपी नेता, एक्टर और गायक मनोज तिवारी ने बताया कि शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना में होगा। आज सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर इंडिगो का एक फ्लाइट शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को लेकर निकल गया है। मनोज तिवारी ने आगे बताया कि पटना में राजकीय सम्मान के साथ शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार होगा। आज दोपहर 12 बजे के बाद शारदा सिन्हा के शव को अंतिम दर्शन के लिए पटना में रखा जाएगा।
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सुपौल जिले के हुलसा गांव में हुआ था। गायिकागायिका ने बीएड और संगीत से एमए किया था। राजनीति शास्त्र के अध्यापक डॉक्टर बृज किशोर सिन्हा ने शारदा सिन्हा की शादी हुई थी। शारदा सिन्हा की सास नहीं चाहती थी कि वह गाना गए। उन्हें ठाकुरबाड़ी में भी गाने से रोक दिया जाता था। हालांकि वक्त के साथ हालात बदलते गए।
साल 1971 में शारदा सिन्हा के जीवन में बड़ा मोड़ आया। शारदा सिन्हा ने अपने करियर की शुरुआत मैथिली लोक गीत गाकर की थी। शारदा मैथिली, भोजपुरी, मगही और हिंदी गाने गाती हैं। शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान और भाग्यश्री की फिल्में मैंने प्यार किया में गाना गया है। उन्होंने इस फिल्म ‘कहे तोसे सजना तोहरी सजनिया’ के लिए महज 76 रुपए फीस मिली थी।
फिल्म हम आपके हैं कौन का गाना ‘बाबुल जो तूने सिखाया’ काफी लोगप्रिय है। फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर का गाना ‘तार बिजली से पतले हमारे पिया’ आज गाना आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। वेब सीरीज महारानी में ‘निरमोहिया’ गाना भी लोगों से काफी पसंद किया है। बता दें कि गेम्स ऑफ वासेपुर के गाने के लिए शारदा को 75 रुपये फीस मिली थीं।
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