रुसलान मुमताज ने की OTT पर सेंसरशिप की सराहना
Ruslaan Mumtaz OTT Censorship News: एक्टर रुसलान मुमताज ने हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ती सेंसरशिप को लेकर अपनी राय साझा की और इसका समर्थन करते हुए कहा कि यह एक जरूरी कदम है। उन्होंने माना कि बीते कुछ सालों में ओटीटी पर कंटेंट का स्तर गिरा था और अब जो नियंत्रण बढ़ रहा है, उससे दर्शकों को ज़िम्मेदार और पारिवारिक मनोरंजन मिल सकेगा।
एक इंटरव्यू में रुसलान मुमताज ने कहा कि मैं खुश हूं कि अब ओटीटी पर नियम बनाए जा रहे हैं। पहले यहां कुछ भी दिखाया जा सकता था, लेकिन अब संतुलन आ रहा है। इससे हर उम्र के दर्शकों के लिए बेहतर और साफ-सुथरा कंटेंट बन पाएगा। एक वक्त था जब ओटीटी कंटेंट बहुत ज्यादा पश्चिमी प्रभाव में आ गया था। ऐसे में सिर्फ लोगों को आकर्षित करने के लिए बोल्ड और अश्लील सीन दिखाए जाते थे।
रुसलान मुमताज ने आगे कहा कि एक एक्टर के तौर पर हम चाहते हैं कि हम ऐसा काम करें जिस पर गर्व हो, और जिसे अपने परिवार के साथ बैठकर देखा जा सके। ओटीटी कंटेंट की निगरानी पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मैं पूरी तरह सेंसरशिप के पक्ष में हूं, खासकर जब कंटेंट संवेदनशील हो। कोई तो होना चाहिए जो देखे कि क्या दिखाया जा रहा है।
सरकार ने हाल ही में ‘उल्लू’, ‘ऑल्ट’, ‘देसीफ्लिक्स’ सहित 25 ओटीटी ऐप्स पर बैन लगा दिया है। इन ऐप्स पर आरोप है कि ये अश्लील और गैर-जिम्मेदाराना कंटेंट दिखा रहे थे। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, ये ऐप्स आईटी एक्ट 2000 की धारा 67 और 67ए, भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 294, और अश्लील चित्रण निषेध अधिनियम, 1986 का उल्लंघन कर रहे थे।
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बैन किए गए प्रमुख ऐप्स में बिग शॉट्स, बूमेक्स, हिटप्राइम, मूडएक्स, सोल टॉकीज, हॉटएक्स वीआईपी, मोजफ्लिक्स और ट्राइफ्लिक्स जैसे नाम शामिल हैं। रुसलान मुमताज के मुताबिक, इस तरह के कंटेंट पर लगाम लगना ज़रूरी है ताकि ओटीटी की दुनिया एक स्वस्थ और सकारात्मक मनोरंजन मंच बन सके, जो हर वर्ग के दर्शकों के लिए उपयुक्त हो।