लता मंगेशकर ने दी थी नितिन मुकेश की करियर को उड़ान
मुंबई: हिंदी सिनेमा के मशहूर गायक नितिन मुकेश 27 जून को अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। 1950 में मुंबई में जन्मे नितिन मुकेश न सिर्फ महान गायक मुकेश के बेटे हैं, बल्कि अपनी मखमली आवाज और दिल को छू लेने वाली गायकी के लिए भी जाने जाते हैं। उनका करियर लता मंगेशकर के साथ गहरे रिश्ते से जुड़ा रहा है, जिन्होंने उन्हें न सिर्फ मंच दिया, बल्कि आगे बढ़ने का हौसला भी दिया।
नितिन का जन्म एक संगीतमय माहौल में हुआ था। उनके पिता मुकेश ने प्लेबैक सिंगिंग में जो नाम बनाया, नितिन ने उसे आगे बढ़ाया। उन्होंने 1978 में फिल्म ‘झूठी’ से प्लेबैक सिंगिंग की शुरुआत की। उनकी आवाज में पिता की इमोशनल गहराई और खुद की अनोखी शैली का मेल था। नितिन ने खय्याम, आर.डी. बर्मन, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, बप्पी लहरी और नदीम-श्रवण जैसे संगीतकारों के साथ काम किया।
नितिन और लता जी का रिश्ता बेहद खास था। वह उन्हें ‘लता दीदी’ कहकर बुलाते थे, ठीक वैसे ही जैसे उनके पिता मुकेश करते थे। मुकेश जी के निधन के बाद, लता जी ने नितिन को इंटरनेशनल शो में मौका दिया और कहा था कि तू चल, अपने पापा का अधूरा सपना पूरा कर। फिर क्या था लता दीदी की छत्रछाया में नितिन अपनी आवाज का जादू दुनियाभर में बिखेरने के लिए निकल पड़े।
ये भी पढ़ें- अर्जुन कपूर के बर्थडे पर मलाइका ने भेजा स्पेशल विश, यूजर्स बोले- Love is back
लता मंगेशकर के साथ शोज कर नितिन ने भारत ही नहीं, विदेशों में भी अपनी पहचान बनाई। जब लता जी ने मंच पर उन्हें यह कहकर पेश किया था कि यह मेरे मुकेश भैया का बेटा है। नितिन को फिल्मफेयर अवॉर्ड, लता मंगेशकर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड समेत कई सम्मानों से नवाजा गया है। उनके बेटे नील नितिन मुकेश भी आज फिल्म इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम हैं। खास बात यह है कि नील का नाम लता जी ने ही अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग से प्रेरित होकर रखा था।