
अमिताभ बच्चन की KBC में उतरे पहली वंदे भारत ट्रेन के लोको पायलट रणधीर सिंह
Amitabh Bachchan Quiz Show KBC: एक्टर अमिताभ बच्चन के लोकप्रिय क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ ने एक बार फिर एक आम इंसान की असाधारण कहानी को देश के सामने रखा है। पंजाब के बठिंडा निवासी रणधीर सिंह ने शो में शानदार प्रदर्शन करते हुए 25 लाख रुपये की राशि जीत ली है। खास बात यह है कि रणधीर सिंह भारतीय रेलवे में लोको पायलट के तौर पर काम कर चुके हैं और वे उन चुनिंदा लोगों में शामिल हैं जिन्होंने देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाया था।
रणधीर सिंह ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के 95वें एपिसोड में अपनी पत्नी के साथ हॉट सीट पर पहुंचे थे। इस शो में पति-पत्नी की जोड़ी ने समझदारी और आपसी तालमेल के साथ सवालों के जवाब दिए और 25 लाख रुपये तक का सफर तय किया। शो के बाद आईएएनएस से खास बातचीत में रणधीर सिंह ने अपने अनुभव और निजी जीवन से जुड़े कई दिलचस्प किस्से साझा किए।
रणधीर सिंह ने बताया कि जिस वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी, उस ऐतिहासिक पल का मैं भी हिस्सा रहा हूं। उस वक्त मैं वंदे भारत ट्रेन का लोको पायलट था। उन्होंने यह भी बताया कि वह साल 2000 से अमिताभ बच्चन का शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ देख रहे हैं और शो में हिस्सा लेने के लिए कई सालों से तैयारी कर रहे थे। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उन्हें हॉट सीट तक पहुंचने का मौका मिला।
रणधीर सिंह ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें लिखने और गाने का शौक है, जो उनके व्यक्तित्व का एक खास हिस्सा है। 25 लाख के सवाल को याद करते हुए उन्होंने बताया कि यह सवाल फॉर्मूला-1 रेसिंग चैंपियन माइकल शूमाकर के फिजिकल कोच से जुड़ा था। सवाल का जवाब उन्हें सीधे तौर पर नहीं पता था, लेकिन आपसी चर्चा के बाद उन्होंने पंजाब के बलवीर सिंह का नाम चुना, जो सही साबित हुआ।
50 लाख के सवाल पर रणधीर सिंह और उनकी पत्नी ने खेल को आगे न बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि अगला सवाल काफी मुश्किल लग रहा था और वे अपनी मेहनत से जीती रकम को जोखिम में नहीं डालना चाहते थे। इसलिए उन्होंने क्विट करने का समझदारी भरा फैसला लिया। ‘कौन बनेगा करोड़पति’ को लेकर रणधीर सिंह का मानना है कि ऐसे शो बुद्धि के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। यह न सिर्फ युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं, बल्कि हर उम्र के लोगों को अपनी किस्मत आजमाने का मौका भी देते हैं।






