करिश्मा कपूर (फोटो- सोशल मीडिया)
मुंबई: 90 के दशक की सबसे लोकप्रिय एक्ट्रेसेस में से एक, जिनकी नीली आंखों, मासूम मुस्कान और शानदार अभिनय ने करोड़ों दिलों को जीता। आज भी उनकी फिल्में टीवी पर आते ही दर्शकों को स्क्रीन से जोड़े रखती हैं। 25 जून 1974 को जन्मीं करिश्मा कपूर इस साल अपना 51वां जन्मदिन मना रही हैं। उन्होंने 17 साल की उम्र में फिल्म ‘प्रेम कैदी’ से बॉलीवुड में कदम रखा था और तब से लेकर आज तक लोगों के दिलों पर राज कर रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें ‘लोलो’ कहकर क्यों बुलाया जाता है?
दरअसल, ‘लोलो’ नाम की कहानी उनके निकनेम से जुड़ी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करिश्मा कपूर की मां बबीता कपूर को मशहूर हॉलीवुड एक्ट्रेस जीना लोलोब्रिगिडा बेहद पसंद थीं। उन्हीं से प्रेरित होकर उन्होंने अपनी बेटी को प्यार से ‘लोलो’ कहना शुरू किया। यह नाम इतना लोकप्रिय हुआ कि इंडस्ट्री में भी उन्हें इसी नाम से जाना जाने लगा।
दिलचस्प बात यह है कि करिश्मा को अभिनय में करियर बनाने के लिए अपने परिवार की परंपराओं के खिलाफ जाकर फैसला लेना पड़ा। कपूर खानदान में उस समय तक लड़कियों को फिल्मों में काम करने की इजाजत नहीं थी। लेकिन मां बबीता के सपोर्ट से करिश्मा ने न केवल अपने सपनों को जिया, बल्कि इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान भी बनाई।
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करिश्मा कपूर ने ‘दिल तो पागल है’, ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘बीवी नंबर 1’, ‘हम साथ-साथ हैं’, ‘फिजा’, और ‘जुड़वा’ जैसी सुपरहिट फिल्में दीं। उनके अभिनय, डांस और ग्लैमर को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। साल 1996 में आई ‘राजा हिंदुस्तानी’ ने उन्हें करियर की सबसे बड़ी सफलता दिलाई, जिसके लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। आज करिश्मा कपूर भले ही फिल्मों से दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर वह काफी एक्टिव हैं और फैंस के साथ लगातार जुड़ी रहती हैं। ‘लोलो’ नाम भले ही प्यार से दिया गया हो, लेकिन यह उनकी पहचान बन चुका है।