भूमि पेडनेकर (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री भूमि पेडनेकर इन दिनों अपनी रिलीज हुई फिल्म मेरे हसबैंड की बीवी को लेकर सुर्खियों में हैं। लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कलेक्शन नहीं कर रही है। इसी बीच भूमि ने मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न और यौन शोषण को उजागर करने वाली हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर खुलकर बात की है। साथ ही अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक महिला होने के नाते मैं इससे भयभीत हूं।
भूमि पेडनेकर बातचीत के दौरान कहा कि पिछले साल अगस्त में जारी की गई रिपोर्ट के निष्कर्ष, जो शायद भारत में किसी भी फिल्म उद्योग के लिए पहली घटना थी, जो दिल दहला देने वाले और डरावने थे। पेडेनकर ने कहा, ”यह भारतीय फिल्म उद्योग का एक हिस्सा है जहां उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया, दिल दहला देने वाले भयानक विवरण सामने आए। भारत में आज एक महिला के तौर पर मैं खौफजदा हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि मुझे डर लगता है जब मेरी छोटी चचेरी बहन (जो मुंबई में मेरे साथ रहती है) कॉलेज जाती है और जब वह रात 11 बजे तक घर नहीं आती तो मैं घबरा जाती हूं। अभिनेत्री ने कहा कि समस्या तब होती है जब पहले पेज की खबरें केवल महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के बारे में होती हैं। यह एक बार की बात नहीं है, यह एक नियमित होता है।
साल 2017 में अभिनेता दिलीप द्वारा एक अभिनेत्री पर हमला करने के मामले के बाद केरल सरकार ने यौन उत्पीड़न और लैंगिक असमानता के मुद्दों का अध्ययन करने के लिए एक समिति का गठन किया था। समिति की 233 पृष्ठ की रिपोर्ट ने मलयालम फिल्म उद्योग में महिला कलाकारों द्वारा सामना किये जाने वाले शोषण के विभिन्न स्तरों को उजागर किया।
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हिंदी फिल्म उद्योग में ‘कास्टिंग काउच’ के बारे में पूछे गए एक सवाल पर, 35 वर्षीय अभिनेत्री – जिन्होंने पहले यशराज फिल्म्स में सहायक कास्टिंग निर्देशक के रूप में काम किया था – ने कहा कि हालांकि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इसका सामना नहीं किया है, लेकिन उन्होंने उद्योग के भीतर ऐसी घटनाओं की व्यापक प्रकृति को स्वीकार किया। अभिनेत्री ने बॉलीवुड में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को कम पैसा मिलने पर भी बात की और कहा कि यह वैश्विक स्तर पर सभी उद्योगों में होता है।
(इनपुट एजेंसी के साथ)