गीता जैन (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मीरा भयंदर से भारतीय जनता पार्टी में टिकट के लिए अब तक गीता जैन का नाम आगे आ रहा था, जो आखिरी समय आते-आते तक बदल दिया गया। इस बात पर गीता जैन ने अफसोस जताया है और अब पार्टी के खिलाफ स्वतंत्र रूप से खड़े होने का फैसला कर लिया है।
भारतीय जनता पार्टी की नेता गीता जैन ने मीरा भयंदर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट न मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की और घोषणा की कि वह फिर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगी। गौरतलब है कि जैन इस सीट से मौजूदा निर्दलीय विधायक हैं, लेकिन भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नरेंद्र मेहता को इस सीट से उम्मीदवार घोषित किया है।
गीता जैन ने आगे दावा किया कि भाजपा ने उन्हें टिकट देने का वादा किया था, लेकिन अंतिम समय में उन्हें टिकट देने से मना कर दिया गया। एएनआई से बात करते हुए गीता जैन ने कहा, “हर कोई जानता है कि कल रात तक मेरा नाम चर्चा में था और दिल्ली से लेकर मुंबई तक हर वरिष्ठ नेता ने मुझे इस सीट से उम्मीदवार बनाने का वादा किया था। यह फैसला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस फैसले के पीछे का कारण पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं से पूछा जाना चाहिए।”
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मौजूदा निर्दलीय विधायक ने पार्टी नेताओं से यह भी सवाल किया कि पार्टी का टिकट ऐसे व्यक्ति को क्यों दिया जा रहा है, जिसके खिलाफ “कई आपराधिक मामले” दर्ज हैं। गीता जैन ने कहा, “मैं सभी पार्टी नेताओं से पूछना चाहती हूं कि वे इतने सारे FIR और भ्रष्टाचार के लगे आरोपों वाले लोगों को टिकट देकर पार्टी की छवि के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं? महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुझे फोन किया और कहा कि कुछ मजबूरियां हैं, जिसके कारण वे मुझे टिकट नहीं दे सकते।”
भाजपा ने 2019 के विधानसभा चुनाव में भी मीरा भयंदर सीट से नरेंद्र मेहता को ही चुनावी मैदान में उतारा था, जिसके बाद गीता जैन ने बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने करीब 15,000 वोटों से चुनाव जीता था।
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बता दें, कि गीता जैन पहले भी मीरा भयंदर से भाजपा की मेयर रह चुकी हैं। हालांकि, चुनाव के बाद गीता जैन ने महायुति गठबंधन को अपना समर्थन देने का वादा किया था।
288 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और मतगणना 23 नवंबर को होगी। इस बीच, सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) दोनों ही विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस रहे हैं और कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)