प्रवर्तन निदेशालय के छापे (कांसेप्ट फोटो, सौ. से सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कथित कैश-फॉर-वोट मामले की जांच के तहत कई शहरों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। ईडी की टीमें वर्तमान में अहमदाबाद में 13 स्थानों, सूरत में तीन परिसरों, मालेगांव, नासिक में दो परिसरों और मुंबई में पांच परिसरों की तलाशी ले रही हैं।
तलाशी का उद्देश्य वोट खरीदने की प्रथाओं से जुड़ी कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित सबूतों को उजागर करना है। सूत्रों ने संकेत दिया कि ईडी का अभियान धन के लेन-देन, संभावित रिश्वत और अन्य वित्तीय लेन-देन का पता लगाने के लिए सामग्री एकत्र करने पर केंद्रित है, जो मतदाताओं को प्रभावित करने से जुड़े हो सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, मतदाताओं को प्रभावित करने के इरादे से 125 करोड़ रुपये तक की लूट की गई हो सकती है। ईडी ने ये छापे उन संदिग्धों के बैंक खातों को लक्षित करके मारे, जिन्होंने कथित तौर पर आर्थिक रूप से वंचित व्यक्तियों के खातों का शोषण करके धन शोधन किया था। जल्द ही इसको लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है।
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तलाशी अभियान से जुड़े अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, “संदिग्धों पर इन खातों का इस्तेमाल अवैध धन को छिपाने और पता लगाने से बचने के लिए करने का आरोप है। जांच का उद्देश्य अवैध धन के प्रवाह का पता लगाना और इन बैंक खातों के दुरुपयोग की सच्चाई को उजागर करना है।”
ईडी अधिकारियों का मानना है कि यह योजना कई खातों के माध्यम से धन को वैध दिखाने के लिए बनाई गई थी। इसकी सूचना मिलते ही संबंधित एजेंसियां एक्टिव हो गयी हैं। तेजी से कार्रवाई चल रही है। ऐसी किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
धनशोधन का मामला पिछले सप्ताह मालेगांव पुलिस द्वारा सिराज अहमद हारुन मेमन नामक एक स्थानीय व्यापारी के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी से संबद्ध है, जो अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर चाय और कोल्ड ड्रिंक्स की एजेंसी भी संचालित करता है। इस मामले में एक व्यक्ति ने शिकायत की है जिसके बैंक खाते का कथित तौर पर अवैध लेनदेन के लिए दुरुपयोग किया गया। इसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि इन खातों का दुरुपयोग चुनाव में अवैध तौर पर रुपये भेजने के लिए किया गया। आरोप है कि मुख्य आरोपी ने ‘नासिक मर्चेंट कोऑपरेटिव बैंक’ में खाते खोलने के लिए लगभग 12 लोगों से केवाईसी (अपने उपभोक्ता को जानो) विवरण लिया तथा उसने इन लोगों से कहा कि वह मकई (मक्का) का व्यवसाय शुरू करना चाहता है और इसलिए उसे किसानों से रुपये लेने की जरूरत है। आरोपी ने अपने दोस्तों से केवाईसी दस्तावेज लेकर कथित तौर पर दो और खाते खुलवाए।
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सूत्रों के मुताबिक, ये 14 खाते सितंबर और अक्टूबर के बीच खोले गए। सूत्रों ने बताया कि ईडी को 100 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन की जानकारी मिली है और अब कुछ हवाला कारोबारी की भूमिका सहित अधिक साक्ष्य जुटाने के लिए तलाशी अभियान को अंजाम दे रही है। एजेंसी को आशंका है कि आरोपी आम लोगों की बैंक से जुड़ी जानकारी का दुरुपयोग करके और उन्हें धोखाधड़ी के लिए प्रयोग किए जाने वाले खातों के रूप में इस्तेमाल करके कुछ लोगों के लिए धन का दुरुपयोग करने के वास्ते इन निधियों का इस्तेमाल कर सकता है। चुनाव के लिए खातों के दुरुपयोग के पहलू पर भी गौर किया जा रहा है। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि अभी तक इस संबंध कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीट के लिए 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होना है।