अरविंद केजरीवाल, फोटो - मीडिया गैलरी
नई दिल्ली : दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी थी। केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि भाजपा गुंडागर्दी कर रही है। भाजपा के कार्यकर्ता आम आदमी के कार्यकर्ताओं को डराने और धमकाने का काम कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के लिखे खत का जवाब दे दिया है।
दिल्ली चुनाव आयोग ने बीते रविवार 2 दिसंबर को आम आदमी पार्टी के नेशनल कनवेनर अरविंद केजरीवाल के विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार के दौरान आप कार्यकर्ताओं को धमकाने और परेशान करने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उक्त आरोपों की कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
जिला चुनाव अधिकारी, नई दिल्ली ने कहा कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में आप कार्यकर्ताओं को धमकाने और परेशान करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ आरोपों के संबंध में, जैसा कि पुलिस द्वारा रिपोर्ट किया गया है और साथ ही उनके कार्यालय में उपलब्ध रिकॉर्ड के अवलोकन से पता चलता है कि ज्यादातर मामलों में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।
पोल बॉडी ने अपने बयान में यह भी बताया गया है कि जब भी किसी राजनीतिक दल से इस तरह के आरोपों का हवाला देते हुए लिखित शिकायत प्राप्त होती है, तो ऐसे सभी मामलों की जांच अनिवार्य रूप से कानून और ईसीआई मानदंडों के अनुसार की जाती है और ऐसे सभी मामलों में ईसीआई मानदंडों के अनुसार उचित कार्रवाई या तो शुरू की जाती है या अनुशंसित की जाती है।
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दिल्ली पोल बॉडी ने आगे कहा कि केजरीवाल द्वारा उल्लिखित विशिष्ट शिकायतों के संबंध में सभी मामलों में कानून अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई थी। पोल बॉडी ने कहा, “जहां तक स्वतंत्र पर्यवेक्षक के मुद्दे का सवाल है, यह सूचित करना है कि सामान्य पर्यवेक्षक, व्यय पर्यवेक्षक और पुलिस पर्यवेक्षक पहले से ही नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र सहित सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए तैनात किए गए हैं।”
केजरीवाल ने चुनाव आयोग से नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में स्वतंत्र पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की थी, जहां से वह चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल को सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया, जब उन्होंने रविवार को आप के प्रचार वाहन को घेरने और पार्टी के पोस्टर फाड़ने की शिकायत की।
केजरीवाल के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए नई दिल्ली के डीसीपी ने दावा किया कि “पुलिस स्टेशन में कोई पीसीआर कॉल या शिकायत प्राप्त नहीं हुई है”। शीर्ष पुलिस अधिकारी ने औपचारिक शिकायत दर्ज होने के बाद सख्त कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया।