नाना पटोले (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: लोकसभा चुनाव 2024 के बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस के अच्छे दिन लौट आए हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में 2 और 2019 में सिर्फ एक सीट जीतने के कारण विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में कई सीटों पर इच्छुकों का अकाल पड़ गया था। लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सूबे की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिसका असर अब आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिल रहा है। पार्टी में इस बार इच्छुकों की संख्या तीन गुना बढ़ गई है।
2024 विधानसभा चुनाव में मुंबई की 36 विधानसभा सीटों के लिए 226 तो वहीं महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए लगभग 1500 लोग इच्छुक हैं। अर्थात कांग्रेस में चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों के बीच होड़ शुरू हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा इच्छुक विदर्भ में पाए गए हैं।
महाराष्ट्र में संभवत: आगामी नवंबर महीने में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं। हालांकि अभी तक न ही चुनाव आयोग की ओर से चुनावी कार्यक्रम की घोषणा हुई है और न ही सियासी दलों के बीच सीटों का बंटवारा लेकिन राज्य की सभी सियासी पार्टियां में अपने स्तर पर अनुकूल सीट और योग्य उम्मीदवारों की तलाश में शुरू हो गई है।
इस तलाश के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोर देखने को मिल रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में सूबे में इच्छुकों की संख्या 476 थी जबकि 2024 में अकेले विदर्भ की 62 सीटों के लिए 470 लोगों ने आवेदन दिया है। इसी तरह उत्तरी महाराष्ट्र को 47 सीटों के लिए 138, जबकि मराठवाड़ा की 46 सीटों के लिए 285 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
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राज्य के विधानसभा चुनावों को लेकर अब तक कराए गए विभिन्न सर्वे में लोकसभा चुनाव की तरह विधान सभा में भी बीजेपी और महायुति को झटका लगने की आशंका व्यक्त की गई है। तो वहीं कांग्रेस के अपने इंटरनल सर्वे में महाराष्ट्र में लगभग 90 ऐसी सीटों को चिन्हित किया गया है, जहां पार्टी के उम्मीदवारों के जीत तय मानी जा रही है। इस वजह से कांग्रेस का आत्मविश्वास बढ़ा है।
मुंबई में शिवसेना (उद्धव गुट) खुद को बड़ा भाई मानता है। लोकसभा चुनाव में मुंबई में मिली सफलता सफलता के आधार पर उद्धव गुट ने मुंबई की 20 से 22 सीटोंं पर दावा ठोंका है। लेकिन सूत्रों का ऐसा दावा है कि कांग्रेस के इंटरनल में आगामी विधानसभा चुनाव में उद्धव गुट को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने का खुलासा हुआ है।
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सर्वे में शिवसेना (उद्धव गुट) को महज 30 सीटों पर ही जीत मिलने की संभावना व्यक्त की गई है। तो वहीं सर्वे में शरद पवार की राकां का स्ट्राइक रेट उद्धव की शिवसेना से बेहतर रहने की भी संभावना जताई गई है। इस वजह से महा विकास आघाड़ी में खासकर कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) के बीच रस्साकशी बढ़ सकती है।
कांग्रेस की ओर से ज्यादा से ज्यादा सीटों की मांग की जा सकती है। मुंबई की सीटों को लेकर हाल ही में महा विकास आघाड़ी के नेताओं की बैठक हुई थी। खबर है कि इस बैठक में कांग्रेस ने 17 से ज्यादा सीटों का दावा किया है। तो वहीं शरद पवार गुट भी छह से सात सीटें मांग रहा है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव व प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि ये तो स्पष्ट नजर आ रहा है कि कांग्रेस राज्य में मजबूत हुई है। हम सत्ता में आ रहे हैं और महायुति का जाना तय है। इससे पार्टी और कार्यकर्ता उत्साहित हैं।