बीजेपी ने राजधानी दिल्ली की गद्दी पर साल 1993 के चुनावों में जीत हासिल की थी। जिसके बाद 1998 के चुनावों में हार के साथ सत्ता के बाहर होने के बाद वह वापस अपना कब्जा नहीं जमा पाई है। जिसकी वजह से वह इस बार चुनाव में अपना पूरा दमखम लगा रही है। जिसके लिए पीएम मोदी भी चुनावी मैदान में जल्द नजर आएंगे।
बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में पीएम मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां करने का कार्यक्रम तैयार किया है। वह दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए अंतिम चरण में तीन दिन रैलियों को संबोधित करेंगे। पार्टी इस बार आम आदमी पार्टी को टक्कर देने के लिए अपना प्रमुख चेहरा मैदान में उतारेगी।
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली चुनाव में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे। जिसमें पहली रैली 29 जनवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में होगी। इसके लिए वह 31 जनवरी को दिल्ली के द्वारका में अपनी दूसरी जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं उनकी तीसरी रैली 2 फरवरी को होगी।
इस बार बीजेपी ने दिल्ली चुनाव के लिए अलग रणनीति तैयार की है। वह एक एक वोट बैंक को लक्ष्य बनाकर एक एक नेता को जिम्मेदारी सौंप रही है। वहीं पूर्वांचल मतदाताओं खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार के मतदाताओं को साधने के लिए यह जिम्मेदारी सांसद मनोज तिवारी को दी गई है। वहीं अनुराग ठाकुर को स्टार प्रचारक बनाकर पहाड़ी मतदाताओं को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेता पार्टी की ओर से प्रचार का मोर्चा संभालते हुए नजर आने वाले हैं। आम आदमी पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए पार्टी पूरी कोशिश कर रही है।
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी को मतदान होना है। बीजेपी अपने अंतिम चुनाव प्रचार के लिए पीएम मोदी को प्रचार भूमि में उतार रही है ताकि वह चुनावी बयार पूरी तरह से अपने पक्ष में मोड़ सके।