विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने पाकिस्तान पर बोला हमला
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच लगातार दोनों देशों की ओर से बयान दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान ने कई बार बयान दिया है कि भारत चाहे तो वह कई मामलों पर बातचीत कर सकता है, लेकिन केंद्र सरकार का रवैया इस बार बिल्कुल सख्त है। सरकार ने साफ कर दिया है कि जब तक आतंकवाद का समर्थन और सरपरस्ती नहीं छोड़ता है पाकिस्तान से कोई वार्ता संभव नहीं है।
भारत आतंकवाद के मुद्दे पर बिल्कुल सख्त रुख अपनाए हुए है। पाकिस्तान से भी भारत ने दो टूक कहा है कि सीमा पार से आतंकवाद को समर्थन जब तक बंद नहीं किया जाता है तब तक किसी प्रकार की वार्ता नहीं की जा सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता धीरेंद्र जायसवाल ने कहा है कि ‘टेरर और टॉक’ एक साथ नहीं हो सकती है।
“We are clear that talks and terror don’t go together”: MEA says on Pakistan
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— ANI Digital (@ani_digital) May 29, 2025
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि जहां तक पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों का सवाल है तो हमारा रुख स्पष्ट है। कोई भी संबंध द्विपक्षीय होना चाहिए। हम फिर कहेंगे कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। पाक को हमें उन कुख्यात आतंकवादियों को सौंपना होगा जिनके रिकॉर्ड और सूची हमने कुछ साल पहले ही उन्हें सौंपी थी। वे आतंकी पाकिस्तान में ही रह रहे हैं।
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जम्मू-कश्मीर पर बातचीत तभी होगी जब पीओके खाली हो जाएगा और जब पाकिस्तान हमें वह इलाका सौंप देगा। जहां तक सिंधु जल संधि का सवाल है, यह तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते और पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते।