'आप' नेता राघव चड्ढा (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने भारतीय सशस्त्र बलों के समर्थन में एक बयान जारी किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य संघर्ष के मद्देनजर आतंकवाद से लड़ने के लिए राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया।
चड्ढा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश पोस्ट करते हुए कहा,‘हम अपने दोस्त तो बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं और जब पड़ोसी पाकिस्तान जैसा हो, तो उसे कड़ी सजा देना हमारा कर्तव्य है। भारत न केवल पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रहा है, बल्कि बर्बरता और आतंकवादी मानसिकता के खिलाफ भी लड़ रहा है।’
आप सांसद चड्ढा ने पाकिस्तान पर भारतीय सेना की कार्रवाई पर खुशी जताते हुए कहा, ‘जिस तरह से भारतीय सशस्त्र बल लड़ रहे हैं, उससे यह निश्चित है कि इस बार आतंकवाद का खात्मा हो जाएगा। हमें बहादुर सैनिकों और उनके परिवारों के साथ खड़ा होना चाहिए।’ उन्होंने कहा, यह भारत का उसूल है, न हम किसी को पहले छेड़ते हैं, न ही बाद में किसी को छोड़ते हैं। हम 140 करोड़ लोग चट्टान की तरह अपनी सेना के साथ खड़े हैं।
यह भारत का उसूल है- न हम किसी को पहले छेड़ते हैं, न ही बाद में किसी को छोड़ते हैं।
हम 140 करोड़ लोग चट्टान की तरह अपनी सेना के साथ खड़े हैं।
मेरा छोटा सा संदेश…. जय हिंद 🇮🇳
—
We, 140 crore Indians, stand like a rock with our Armed Forces.
In moments like these, words fall… pic.twitter.com/kRQ1vmf4Ay — Raghav Chadha (@raghav_chadha) May 10, 2025
चड्ढा ने देश की एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘भारत केवल बुद्ध और गांधी का वंशज नहीं है, बल्कि भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद का भी वंशज है। हमें बस एकजुट रहने और अपने देश को मजबूती प्रदान करने की आवश्यकता है।’ राघव चड्ढा ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किस धर्म, जाति या राजनीतिक दल से हैं, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सभी भारतीय हैं।
भारतीय सशस्त्र बलों ने सात मई को पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को शुरू किया था। ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना सीमा पार पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया।
Explainer: आसान भाषा में समझिए एयर डिफेंस सिस्टम का ABC
यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के तौर पर चलाया जा रहा है। पहलगाम हमले में 25 पर्यटकों समेत 26 लोग मारे गए थे। भारत के जवाबी हमले के बाद से तनाव बढ़ गया है और पाकिस्तानी सेना लगातार तीन दिन से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी गोलाबारी कर रही है। इसके कारण बारामूला, कुपवाड़ा और बांदीपुरा जिलों में बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला गया है तथा हजारों नागरिकों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया गया है।