प्रतीकात्म तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में मौसम विभाग की भविष्यवाणियां भी धीरे-धीरे गलत साबित हो रही हैं। एक दिन पहले मौसम विभाग ने कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में तीन दिन तक बारिश के आसार हैं, लेकिन पहले ही दिन भीषण गर्मी पड़ गई। आज यानी बुधवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसने फरवरी महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
मौसम विभाग ने खुद कहा कि 19 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि आज फरवरी महीने का सबसे गर्म दिन रहा। आमतौर पर देखा जाता है कि फरवरी का महीना काफी ठंडा होता है। दिन में धूप निकलती है, लेकिन मौसम ठंडा रहता है। लोग जैकेट और स्वेटर पहने बिना बाहर नहीं निकल सकते। वहीं, रात में मौसम काफी ठंडा रहता है।
हालांकि, इस बार फरवरी महीने ने मौसम से चौंकाया है। दिन में तीखी धूप है। लोगों ने अभी से हाफ टी-शर्ट पहनना शुरू कर दिया है। दिन में बाहर निकलने पर पसीना बहने लगता है। 19 साल में यह सबसे गर्म दिन रहा। फरवरी में गर्मी का अहसास देखकर लोग डरे हुए हैं।
आज 19 साल में फरवरी का सबसे गर्म दिन रहा। 32.4 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया। इससे पहले 31 जनवरी को अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया था। आमतौर पर देखा जाता है कि मार्च के आखिरी हफ्ते से गर्मी का एहसास होने लगता है। फिर मई और जून में गर्मी अपने चरम पर होती है। इस बार फरवरी महीने से ही गर्मी की एंट्री ने सबको डरा दिया है।
अब सवाल उठता है कि दिल्ली-एनसीआर का तापमान दिन में इतना ज्यादा क्यों है? दरअसल, इसके पीछे दो मुख्य कारक हैं। पहला कारक यह है कि आसमान बिल्कुल साफ है और इस वजह से सूरज की तेज किरणें सीधे धरती को गर्म कर रही हैं। आमतौर पर जब रात और सुबह का तापमान कम होता है तो कोहरा छाने की संभावना रहती है, लेकिन इस समय हवा में नमी भी कम होती है।
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इस वजह से तेज धूप को रोकने वाला कोई कारक नहीं है। दूसरा कारक दक्षिण भारत से आने वाली शुष्क हवाएँ हैं, जो उत्तर में एक के बाद एक आने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में बह रही हैं। ये हवाएँ भी शुष्क हैं और दक्षिण भारत से गर्मी लेकर आ रही हैं।