Delhi MCD | Symbolic Image
नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में आखिरी 18वीं सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है। इस चुनाव में बीजेपी के पार्षद सुंदर सिंह को 115 वोट मिले, जिससे बीजेपी ने एमसीडी की स्थायी समिति में बहुमत हासिल कर लिया है। चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया, जिसके चलते बीजेपी को यह बड़ी जीत हासिल हुई।
स्टैंडिंग कमेटी की यह 18वीं सीट भाजपा पार्षद कमलजीत सहरावत के पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी। इस सीट पर अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र यादव की अध्यक्षता में चुनाव हुआ, जिन्हें मेयर और डिप्टी मेयर की अनुपस्थिति में प्रेजाइडिंग ऑफिसर बनाया गया था। इस चुनाव के बाद स्टैंडिंग कमेटी के 18 सदस्यों में से 10 सदस्य अब बीजेपी के पास हैं, जबकि सत्तारूढ़ दल आप के पास केवल 8 सदस्य हैं।
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आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव को “असंवैधानिक और अवैध” करार दिया। आप ने आरोप लगाया कि चुनाव की प्रक्रिया में पारदर्शिता का पालन नहीं हुआ और इसे जल्दबाजी में आयोजित किया गया। पहले, दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने पार्षदों की तलाशी के दौरान हुए व्यवधान के कारण चुनाव को 5 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया था, लेकिन बाद में उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के निर्देश पर एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार ने 27 सितंबर को चुनाव कराने का आदेश जारी किया।
दिल्ली विधानसभा को संबोधित करते हुए आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने एमसीडी पर गलत तरीके से कब्जा कर लिया है और जनादेश चुरा लिया है। उन्होंने कहा, “नियमों के मुताबिक केवल मेयर ही एमसीडी सदन की बैठक बुला सकते हैं, लेकिन उपराज्यपाल ने इसे बदलकर नगर निकाय के अतिरिक्त आयुक्त को ऐसा करने का निर्देश दिया।” केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि बैठक से 72 घंटे पहले पार्षदों को नोटिस भेजने के नियम का पालन नहीं किया गया।
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