प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली : लोअर- मिडिल क्लास लोगों के लिए अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में पढ़ा पाना मुश्किल हो जाता है। आर्थिक तौर पर मजबूत न होने के चलते वह मंहगी फीस अफॉर्ड नहीं कर पाते, ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे सरकारी स्कूल बताएंगे जिसकी फीस मामूली है और पढ़ाई का स्तर काफी अच्छा है। इन स्कूलों की दाखिला प्रक्रिया भी आसान है। एक बार दाखिला लेने के लिए बच्चे को जिंदगी भर करियर संबंधी परेशानी नहीं होती।
केंद्रीय विद्यालय
केंद्रीय विद्यालय का पढ़ाई का स्तर अपने आप में अलग है। पूरे देश में 1250 केंद्रीय विद्यालय हैं. इनकी ब्रांच विदेश में यानी काठमांडू, मॉस्को और तेहरान में भी है। यहां विद्यालय में क्लास 1 में लॉटरी सिस्टम के जरिए दाखिला मिलता है।
राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय
दिल्ली शिक्षा निदेशालय (दिल्ली सरकार) राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय का संचालन करता है। राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, दिल्ली में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इस एंट्रेंस टेस्ट से 6वीं, 11वीं क्लास में एडमिशन मिलता है।
जवाहर नवोदय विद्यालय
नवोदय विद्यालय संगठन जवाहर नवोदय विद्यालय द्वारा संचालित है। यहां पढ़ाई का स्तर काफी अच्छा है। ये CBSE से संबद्ध हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय में क्लास 6 से लेकर 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है। क्लास 6, 7, 8 के स्टूडेंट्स से किसी तरह की कोई फीस नहीं ली जाती है।
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, दिल्ली
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत दिल्ली सरकार द्वारा की गई है। इस टॉप सरकारी स्कूल में नर्सरी से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। दिल्ली के सरकारी स्कूल में स्टूडेंट्स की योग्यता के आधार पर एडमिशन मिलता है।
सैनिक स्कूल
सैनिक स्कूल सोसाइटी ने रक्षा मंत्रालय के तहत सैनिक स्कूल स्थापित किए थे। इसकी शुरुआत 1961 में भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री वी. के. कृष्णा मेनन ने की थी। सैनिक स्कूल में हर साल बहुत ही कम और पढ़ाई में अव्वल विद्यार्थियो को ही दाखिला मिलता है।