AAP को रोकने के लिए BJP ने बनाया था 'सुपर प्लान'? (File Photo)
नई दिल्ली: दिल्ली में भाजपा की सरकार बनवाने में मदद करने के लिए कांग्रेस को 44 करोड़ रुपये मिले थे। जनता के सामने तो बीजेपी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़े थे लेकिन अंदर में यह दोनों मिले हुए थे। इस बात का संकेत चुनाव आयोग द्वारा जारी पार्टियों को मिले चंदे के आंकड़े दे रहे हैं। यह बात हम नहीं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा कह रहे हैं।
आप के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने शनिवार को पार्टी दफतर में प्रेस वार्ता कर दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया है। अनुराग ढांडा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा को अलग-अलग राज्यों में चुनाव जिताने में सहायता करती है। बदले में भाजपा और मोदी जी गांधी परिवार को जेल जाने से बचाते है। चाहे वो दिल्ली के कॉमनवेल्थ घोटाले में क्लीन चिट देना हो या 2जी स्कैम में क्लीन चिट देना हो, रॉबर्ट वाड्रा और गांधी परिवार के खिलाफ चल रहे केसों में उनको जेल से बाहर रखना हो, बीजेपी नेता कांग्रेस को बचाते हैं।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बीजेपी- कांग्रेस के बीच मिलीभगत थी। कांग्रेस को 44 करोड़ रुपए कैश चंदा मिला था। जबकि उसका कोई अस्तित्व ही नहीं था और ना ही सर्वे में कोई सीट जीत रही थी। फिर भी उसको 44 करोड़ रुपए कैश किसने दिया? उन्होंने कहा कि मुख्य मुकाबला आप और भाजपा में था, तब भी आप को कैश में केवल 2 हजार मिला और भाजपा को एक भी रुपए नहीं मिला। कांग्रेस को मिले 44 करोड़ रुपए कैश पर भाजपा की जांच एजेंसियों की चुप्पी से स्पष्ट है कि इस पैसे का इस्तेमाल आप के बड़े नेताओं को चुनाव हराने में किया गया।
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अनुराग ढांडा ने कहा कि चुनाव बाद सभी दलों ने चुनाव आयोग में दस्तावेज जमा किए थे, जिनमें चुनाव के दौरान उनके खर्च तथा चंदे का ब्योरा दिया गया था। इन दस्तावेजों में बहुत ही हैरान करने वाले आंकड़े देखे गए हैं, जो इस दावे को और भी पुख्ता करते हैं कि क्या कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के इशारे पर काम कर रही थी? उन्होंने आगे कहा कि ये सबको पता था कि दिल्ली में मुख्य मुकाबला भाजपा और आप के बीच था। कोई सर्वे या व्यक्ति ये नहीं कह रहा था कि कांग्रेस का कहीं कोई अस्तित्व है या उसको कोई सीट मिल सकती है।