(प्रतीकात्मक तस्वीर)
गड़चिरोली: गड़चिरोली जिले के अहेरी तहसील के कमलापुर में दो शिक्षकों ने आश्रमशाला की आदिवासी छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। इस मामले में रेपनपल्ली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस ने दोनों शिक्षकों पर पोक्सो अंतर्गत मामला दर्ज कर एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है। शिक्षकों में श्याम पांडूरंग धाईत और दिलीप भिवाजी राउत का समावेश है। इस मामले में फिर एक बार गुरु शिष्य के पवित्र रिश्ते को कालिक पोत गयी है।
कमलापुर के गुरुदेव प्राथमिक व माध्यमिक आश्रमशाला में कार्यरत श्याम धाईत (माध्यमिक) व दिलीप राऊत (प्राथमिक) शिक्षकों ने स्कूल की दो आदिवासी छात्राओं के साथ गलत बर्ताव करने की शिकायत 8 अप्रैल को संबंधित छात्राओं के अभिभावकों ने रेपनपल्ली पुलिस थाने में दर्ज कराई। जिससे रेपनपल्ली पुलिस ने देर रात दोनों शिक्षकों के खिलाफ पोक्सो कानून अंतर्गत मामला दर्ज किया है।
शिकायत के बाद शिक्षक श्याम धाईत ने लगाए गए आरोप को झूठा बताते हुए ब्लैकमेल करने के लिए षडयंत्र रचने की बात कही है। इस दौरान रेपनपल्ली पुलिस ने बुधवार को सुबह शिक्षक शाम धाईत को गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरा शिक्षक दिलीप राऊत फरार होने की जानकारी मिली है। मामले की अधिक जांच रेपनपल्ली पुलिस कर रही है।
शिक्षक पेशे को कालिख पोतने वाली घटना को लेकर कमलापुर ग्राम पंचायत की सरपंच रजनीता मडावी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कमलापुर की गुरुदेव आश्रमशाला को सरकार के अधीन करने की मांग जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री, आदिवासी विकास विभाग के अपर आयुक्त, जिला पुलिस अधीक्षक और विधायक धर्मराव आत्राम को भिजवाये ज्ञापन में की है।
सरपंच मडावी ने कहा कि आदिवासी बंधुओं को शिक्षा के मुख्य प्रवाह में लाने के लिए राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज ने नक्सलग्रस्त कमलापुर में वर्ष 1952 में गुरुदेव आश्रमशाला शुरू की। वर्तमान में स्कूल का कामकाज गुरुदेव व्यायाम शिक्षण व सेवा प्रसारक मंडल गड़चिरोली द्वारा चलाया जा रहा है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से स्कूल की नाबालिग आदिवासी छात्राओं पर शिक्षक व कर्मचारियों द्वारा गलत बर्ताव करने के मामले सामने आ रहे है।
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राष्ट्रसंत की जिले में एकमात्र आश्रमशाला कमलापुर गांव की बदनामी हो रही है। जिससे छात्राओं के साथ अश्लील कृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर घटना की जांच करें, अन्यथा तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी सरपंच मडावी ने दी है।
घटना का निषेध करते हुए एनसीपी के पदाधिकारियों ने अहेरी के प्रकल्प अधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी है। प्रकल्प अधिकारी के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री को भिजवाये ज्ञापन में आदिवासी छात्राओं के साथ गलत बर्ताव करने वाले संबंधित दोनों शिक्षकों को सेवा से तत्काल निकालने और स्कूल की मान्यता खारिज कर पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की है। इस समय एनसीपी के तहसील अध्यक्ष नागेश मडावी, कैलास कोरेत, रतन दुर्गे, बाबुराव तोरेम, जावेद अली, मांतया आलाम, तिरूपति मडावी उपस्थित थे।