Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Sonam Wangchuck |
  • Dussehra 2025 |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

फ्लोटिंग रेट में बदलाव कर होम लोन पर कर सकते हैं तगड़ी बचत, सिर्फ करना होगा ये काम

फ्लोटिंग रेट में एमसीएलआर को 2016 में लागू किया गया था। इसका मकसद था कि रेपो रेट में कटौती का सीधा फायदा ग्राहकों तक पहुंचे लेकिन इसमें बैंकों को यह तय करने का अधिकार है कि वे ग्राहकों को कितना राहत देने चाहते हैं।

  • By मनोज आर्या
Updated On: Jun 09, 2025 | 09:28 AM

प्रतीकात्मक तस्वीर

Follow Us
Close
Follow Us:

नई दिल्ली: आरबीआई ने हाल ही में रेपो रेट को आधा प्रतिशत घटाकर 6.00 से 5.50 कर दिया है। यह तीसरी कटौती है और अब तक ब्याज दरों में एक फीसदी की कमी कर दी गई है। इससे आवास समेत अन्य सभी प्रकार के कर्ज लेना काफी सस्ता हो जाएगा। इसका फायदा उन्हें मिलेगा, जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया हुआ है, लेकिन इसमें भी पेच है। यह राहत सिर्फ उन्हें मिलेगी, जिनके लोन ईबीएलआर मानक से जुड़े हुए हैं। वहीं, एमसीएलआर वाले लोन धारकों को फायदा पाने के लिए ईबीएलआर विकल्प चुनना होगा।

फ्लोटिंग रेट में दो मानक शामिल हैं। पहला एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) और दूसरा है। मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR)

MCLR क्या है ?

फ्लोटिंग रेट में एमसीएलआर को 2016 में लागू किया गया था। इसका मकसद था कि रेपो रेट में कटौती का सीधा फायदा ग्राहकों तक पहुंचे लेकिन इसमें बैंकों को यह तय करने का अधिकार है कि वे ग्राहकों को कितना राहत देने चाहते हैं। यानी बैंक चाहे तो फायदा सीमित कर सकते हैं। फरवरी और अप्रैल में जब रेपो रेट में कटौती हुई थी तो कई प्रमुख बैंकों ने अपनी बढ़ती ऑपरेशनल खर्च और अन्य कारणों का हवाला देते हुए इसका पूरा लाभ ग्राहकों को नहीं दिया था। एमसीएलआर से जुड़े लोन की ब्याज दरों में बदलाव धीमा होता है।

EBLR क्या है?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साल 2019 में इसे लागू किया और फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन को इस एक्सटर्नल मानक से भी जोड़ दिया। इनमें बैंकों का ऑपरेशनल खर्च शामिल नहीं होती। यह मानक रेपो रेट से सीधे जुड़ा है। रेपो में कटौती होते ही बैंकों को ब्याज दर घटानी पड़ती है। यानी जिन लोगों को फ्लोटिंग रेट के तहत ईबीएलआर मानक से जुड़ा कर्ज जारी हुआ है, उनकी ईएमआई में तुरंत कटौती हो जाएगी।

PNB, HDFC समेत इन बैंकों के सस्ते हुए लोन, रेपो रेट कम होने से किसे मिलेगा ज्यादा फायदा

कैसे होगा ग्राहकों को फायदा?

  • अगर किसी ग्राहक ने साल 2022 में 20 साल की अवधी के लिए 8.5 प्रतिशत ब्याज दर पर 60 लाख का होम लोन लिया था तो उसकी मासिक किस्त 52,069 रुपये होगी।
  • अगर लोन एमसीएलआर से जुड़ा था तो रेपो रेट में पहले दो कटौतियों का लाभ नहीं मिला। अब तीसरी कटौती के लिए भी इंतजार करना होगा।
  • रेपो में हुई 1 प्रतिशत की कुल कटौती के बाद ब्याद दर 7.5 फीसदी पर गई है। यदी ग्राहक अपना मौजूदा लोन जारी रखता है , तो मासिक किस्त 52,006 रुपये ही रहेगी।
  • यदी हम अपने लोन को एमसीएलआर से ईबीएलआर में ट्रांसफर करवाते हैं तो ब्याज दर 7.5 फीसदी और मासिक किस्त घटकर 48,336 रह जाएगी।
  • कर्ज की शेष अवधि में उसे लगभग 56 लाख कुल ब्याज देना होगा, जो 64.96 लाख बन रहा था।

You can make huge savings on home loan by changing the floating rate

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jun 09, 2025 | 09:25 AM

Topics:  

  • Business News
  • RBI
  • Repo Rate

सम्बंधित ख़बरें

1

सिंगापुर के PM से मिले पीयूष गोयल, AI और इंडस्ट्रियल पार्क पर हुई बातचीत; निवेश के तलाशे गए मौके

2

मजबूत घरेलू समर्थन का असर, वैश्विक अस्थिरता के बावजूद तेजी से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था

3

क्या 1 रुपये के सिक्के अब वैध नहीं, क्यों लेने से माना करते हैं दुकानदार; क्या कहता है RBI?

4

शेयर बाजार में पसरा सन्नाटा, सेंसेक्स-निफ्टी में आई बड़ी गिरावट; आखिर मार्केट में क्यों आया भूचाल

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.