मुंबई : अपने निवेशकों को अच्छा प्रतिफल प्रदान करते हुए एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) 6.20 लाख करोड़ रुपए यानी 6.20 ट्रिलियन रुपए के प्रबंधन कोष (AUM) के साथ लगातार नंबर वन पोजीशन पर कायम है। स्टेट बैंक समूह (State Bank Group) के इस साझा कोष का एयूएम विगत 6 महीनों में एक ट्रिलियन रुपए से अधिक बढ़ा है और इसके निवेशक खातों की संख्या भी एक करोड़ के पार हो गयी है।
अब इसने इक्विटी बाजार (Equity Market) में बढ़ती अस्थिरता को देख मल्टीकैप फंड (SBI Multicap Fund) लॉन्च किया है। दीर्घकाल (Long Term) में मल्टीकैप फंडों में वेल्थ क्रिएट (Wealth Creation) करने की क्षमता होती है। मल्टीकैप फंड, वर्तमान उतार-चढ़ाव के माहौल में निवेश अवसरों और अर्थव्यवस्था पर केंद्रीय बजट के प्रभावों के संबंध में एसबीआई म्यूचुअल के मुख्य व्यवसाय अधिकारी डी. पी. सिंह से ‘नवभारत’ के वाणिज्य संपादक विष्णु भारद्वाज ने विस्तृत बातचीत की। पेश हैं चर्चा के मुख्य अंश :-
मल्टीकैप फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी फंड है, जो इक्विटी निवेश में विविधता लाने का एक अच्छा तरीका है। इस फंड के माध्यम से लार्ज, मिड और स्मॉलकैप शेयरों (Large, Mid & Small cap) में संतुलित रूप से न्यूनतम 25% का निवेश किया जाता है। मल्टीकैप फंड सभी तरह के निवेशकों के लिए लंबी अवधि के निवेश के लिए श्रेष्ठ उत्पाद है। हम उम्मीद करते हैं कि इस फंड में निवेश करने पर निवेशकों को इक्विटी बाजार के दीर्घकालिक लाभ का फायदा हासिल होगा।
एसबीआई म्यूचुअल फंड का मल्टीकैप फंड निवेशकों को विभिन्न जोखिम के बीच प्रतिफल प्रोफाइल समाधान प्रदान करने का प्रयास करता है। किसी भी बाजार-चक्र की अवधि के दौरान किसी भी मार्केट कैप का प्रदर्शन समान नहीं रहता। ऐसे में हमारा मानना है कि लंबी अवधि के लिए प्रत्येक मार्केट कैप में निवेश करने का एक अनुशासित तरीका निवेशकों के लिए धन सृजित करने के अवसर बढ़ा सकता है। हमारे पास फंड में व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) की सुविधा है और निवेशक एनएफओ अवधि के दौरान एसआईपी के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा मल्टीकैप फंड ‘मित्र एसआईपी’ (MITRA SIP) की अनूठी सुविधा भी प्रदान करता है जिसमें एक निवेशक एक साथ एसआईपी (Systematic Investment Plan) और सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान (Systematic Withdrawal Plan) की सुविधा का लाभ ले सकता है। ‘मित्र एसआईपी’ निवेशकों को एक क्रमिक निवेश योजना के माध्यम से धन सृजन में मदद करेगी।
एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (SBI Balanced Advantage Fund) के तहत अब प्रबंधन के अधीन 23,500 करोड़ रुपए से अधिक की राशि है और एक ओपन-एंडेड फंड होने के कारण यहां धन का प्रवाह गतिशील रहता है। मल्टीकैप फंड भी एक ओपन-एंडेड फंड है। हम एनएफओ अवधि के दौरान अच्छी रकम जुटाना चाहते हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य अधिक राशि जुटाने के बजाय उन निवेशकों की अधिकतम संख्या तक पहुंचना है, जिनकी जोखिम उठाने की क्षमता और वित्तीय लक्ष्य इस फंड के अनुरूप हैं।
म्यूचुअल फंड निश्चित आय, इक्विटी और सोना जैसे प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग में निवेश समाधान प्रदान करते हैं। प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग में एक अलग जोखिम होती है और निवेशकों को जोखिम लेने की क्षमता और निवेश लक्ष्य को देखते हुए किसी भी परिसंपत्ति वर्ग में निवेश करना चाहिए। हम पुराने रिकार्ड को देखें तो पायेंगे कि अनुशासित तरीके से निवेश करने वाले निवेशकों को इक्विटी निवेश से लंबी अवधि में बेहतर प्रतिफल मिला है।
हां, हमारा मानना है कि यह बजट दीर्घकालिक आर्थिक विकास में सुधार लाने के पर केंद्रित था। सड़क, रेलवे, हवाई अड्डों, जलमार्गों, जन परिवहन, बंदरगाहों और रसद जैसे क्षेत्रों में पीएम गतिशक्ति जैसी घोषणाओं से बुनियादी ढांचे का विकास प्रोत्साहित होगा और अधिक रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी।
म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेशकों को लंबी अवधि में मिलने वाले प्रतिफल को देखना चाहिए। एसबीआई म्यूचुअल फंड की इक्विटी और हाइब्रिड योजनाओं में कुल निवेशकों में से लगभग 70% निवेश चार और पांच सितारा रेटेड फंडों में होता है। निवेशकों को फंड के पिछले प्रदर्शन के बजाय अपने लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर फंड में निवेश करना चाहिए।
एसबीआई म्यूचुअल फंड निवेशकों को लंबी अवधि में लगातार प्रदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से एक अच्छी तरह से परिभाषित जोखिम प्रबंधन ढांचे के अनुसार रणनीति अपनाता है। हमारे यहां एक परिसंपत्ति आवंटन समिति है जो प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग पर एक समग्र दृष्टिकोण का पता लगाने के लिए बाजार की वर्तमान गतिशीलता का विश्लेषण करती है और प्रत्येक फंड की रणनीति, निवेश जगत और फंड प्रबंधकों की निवेश शैली के आधार पर भिन्न होती है।