तुहिन कांत पांडे, (सेबी चेयरमैन)
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गुरुवार को तुहिन कांत पांडे को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) का अध्यक्ष नियुक्त किया। वह माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो रहा है। माधबी पुरी बुच पहली महिला सेबी प्रमुख थीं। सरकारी आदेश में कहा गया है कि तुहिन पांडे को 3 साल के लिए सेबी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
तुहिन पांडे ने अपने करियर में कई अहम पदों पर काम किया है। उन्होंने निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM), लोक उद्यम विभाग (DPI) और कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। इनके अलावा, उन्हें संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) के क्षेत्रीय कार्यालय में भी अपनी भूमिका निभाई है।
तुहिन पांडे योजना आयोग (अब नीति आयोग), कैबिनेट सचिवालय और वाणिज्य मंत्रालय में भी उच्च पदों पर रहे हैं। ओडिशा सरकार के तहत, उन्होंने स्वास्थ्य, सामान्य प्रशासन, वाणिज्यिक कर, परिवहन और वित्त विभागों में प्रशासनिक प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं। शिक्षा के क्षेत्र में, उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री और ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए किया है।
बता दें कि माधवी पुरी बुच ने मार्च 2022 में सेबी की प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था। वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला थीं। उनका कार्यकाल आज 28 फरवरी को समाप्त हो रहा है। उनके कार्यकाल में अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी समूह से जुड़े कुछ विवाद सामने आने के बाद उनपर कई गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने उनके इस्तीफे की मांग की और सेबी के कामों में पक्षपात के संभावित आरोप लगाए थे।
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हालांकि, बुच ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज किया था और अपने पद पर सेवा जारी रखी थी। अब तुहिन पांडे के नई जिम्मेदारी संभालने के बाद सेबी के सामने कई अहम चुनौतियां होंगी, जिनमें मार्केट में लगातार हो रहा उतार-चढ़ाव बड़ा मुद्दा हो सकता है। फिलहाल घरेलू शेयर मार्केट की स्थिती भी चिंताजनक बनी हुई है।