सोमवार के दिन कैसा रहेगा शेयर बाजार
नई दिल्ली: विश्लेषक के अनुसार वैश्विक कारक और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियां, इस सप्ताह के लिए घरेलू इक्विटी बाजारों का रुख तय करेंगी। हालांकि, महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के नतीजे सोमवार को शेयर बाजार पर भावनात्मक असर डाल सकते हैं। काफी समय के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में सुधार देखने को मिला था। जहां निफ्टी और सेंसेक्स ने पांच महीने में एक दिन की सबसे अच्छी बढ़त हासिल की। जिसके बाद निवेशकों को काफी राहत मिली।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीना ने कहा कि सोमवार के दिन घरेलू शेयर बाजार में महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के नतीजे का महत्वपूर्ण प्रभाव रहेंगे। विशेष रूप से महाराष्ट्र जहां एनडीए ने एकतरफा जीत हासिल की है, जिससे बाजार में तेजी की भावना को और बढ़ावा मिलने की संभावना है। हालांकि, वैश्विक कारक महत्वपूर्ण जोखिम पैदा कर रहे हैं। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव ने मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं को बढ़ा दिया है।
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मजबूत अमेरिकी डॉलर सूचकांक और उच्च अमेरिकी बांड प्रतिफल का रुपये पर असर पड़ रहा है, जिससे रिकॉर्ड विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) की निकासी हो रही है। शनिवार को महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव परिणामों में भाजपा ने रिकॉर्ड संख्या में सीटें जीतकर पार्टी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को भारी जीत दिलाई, जबकि झारखंड में झामुमो के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंडिया ब्लॉक सत्ता में वापस आ गया।
ब्रेंट क्रूड और रुपये-डॉलर के रुझान सहित कुछ अन्य कारक भी शेयर बाजार के कारोबारी सत्र को प्रभावित करेंगे। वहीं, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर सहित अमेरिकी आर्थिक डेटा और फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के मिनट जैसी अंतरराष्ट्रीय घटनाएं भी बाजार को प्रभावित कर सकती हैं।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के निदेशक पल्का अरोड़ा चोपड़ा ने कहा कि कुल मिलाकर राजनीतिक नतीजे, विशेष रूप से महाराष्ट्र का भारतीय शेयर बाजार के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण का सुझाव देते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जो बुनियादी ढांचे के विकास और राजनीतिक स्थिरता से लाभान्वित होते हैं। जबकि बिकवाली जारी है, शुद्ध आउट फ्लो की मात्रा अक्टूबर की तुलना में काफी कम हो गई है। वहीं, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने शुद्ध आधार पर 94,017 करोड़ रुपये (11.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) निकाले थे।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर- मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों का प्रवाह डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के तहत लागू की गई नीतियों, मौजूदा मुद्रास्फीति और ब्याज दर की गतिशीलता, भू-राजनीतिक परिदृश्य के प्रक्षेपवक्र और भारतीय कंपनियों की तीसरी तिमाही के आय प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
पिछले सप्ताह बीएसई बेंचमार्क 1,536.8 अंक या 1.98 प्रतिशत उछल गया और निफ्टी 374.55 अंक या 1.59 प्रतिशत चढ़ गया। ऊर्जा को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों ने रिबाउंड में योगदान दिया, जिसमें रियल्टी, ऑटो और एफएमसीजी प्रमुख रहे।