भारतीय सेमीकंडक्टर ( सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : भारत में सेमीकंडक्टर को बढ़ावा देने के लिए ग्लोबल सेमीकंडक्टर यूनिट सेमी ने आईईएसए के साथ एक समझौता कर लिया है। बताया जा रहा है कि भारत में सेमीकंडक्टर ईको सिस्टम को बढ़ाने के लिए ये रणनीतिक समझौते की घोषणा की है।
एक संयुक्त बयान में कहा गया कि समझौते के तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर एसोसिएशन यानी आईईएसए सेमी का हिस्सा बन जाएगा। सेमी ‘सेमीकॉन इंडिया’ सहित सेमीकॉन कार्यक्रमों का आयोजक है।
सेमी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ अजीत मनोचा ने कहा, “यह साझेदारी सेमी को इस महत्वपूर्ण उभरते बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाने में मदद करेगी और दोनों संगठनों को ठोस रणनीतियों की पहचान करने में सक्षम बनाएगी जो आपूर्ति श्रृंखला मजबूती बढ़ाने के लिए हमारी संयुक्त शक्तियों का लाभ उठाती हैं।”
बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि सेमीकॉन इंडिया 2024 के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते से संयुक्त नीति वकालत प्रयासों का मार्ग भी प्रशस्त होगा, जिसमें आईईएसए और सेमी उत्पाद विकास और विनिर्माण के लिए प्रोत्साहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेंगे, तथा उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन यानी पीएलआई और डिजाइन से जुड़े प्रोत्साहन यानी डीएलआई मॉडल जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का लाभ उठाएंगे।
आईईएसए के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा, “यह उपलब्धि भारत, सेमी और आईईएसए के लिए एक बड़ी जीत है। यह भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर का ऊर्जाकेंद्र बनने की स्थिति में ले जाएगा, आर्थिक वृद्धि को गति देगा और नवाचार को बढ़ावा देगा।”
सेमाकंडक्टर एक क्रिस्टल पदार्थ है जिसकी विद्युत का संचालन करने की क्षमता उसके तापमान के बढ़ने के साथ बढ़ती है। यानी यह कभी कंडक्टर के रूप में और कभी इन्सुलेटर के रूप में कार्य करता है।
सेमीकंडक्टर इनोवेशन के मामले में एचसीएल टेक्नोलॉजीज सबसे आगे है, जिसकी सेमीकंडक्टर के लिए असेंबली और टेस्टिंग सुविधाएं स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना है। फॉक्सकॉन के साथ संयुक्त उद्यम सहित रणनीतिक साझेदारी और निवेश के माध्यम से, एचसीएल सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)