Ola की बढ़ने वाली परेशानी। (सौ. X)
नई दिल्ली : इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की मुसीबतें थम नहीं रही है। जिसके कारण कंपनी को घटते टू व्हीलर सेल्स का सामना करना पड़ रहा है। तो अब कंपनी की सब्सिडियरी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेल टेक्नोलॉजीज को एडवांस केमिस्ट्री सेल के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम में पीएलआई एसीसी के अंतर्गत तय किए गए टारगेट्स को हासिल करने से चूक को लेकर आईएफसीआई लिमिटेड से लेटर मिला है। कंपनी पीएलआई-एसीसी योजना के अंतर्गत तय प्रोडक्शन और निवेश संबंधी मानदंडों को पूरा नहीं कर पायी है।
ओला इलेक्ट्रिक ने शेयर मार्केट को रेग्यूलेटरी फाइलिंग के अंतर्गत दी गई जानकारी में ये बताया है कि हमें 28 जुलाई, 2022 के कार्यक्रम समझौते की अनुसूची एम के अनुसार, माइलस्टोन-1 को पूरा नहीं कर पाने के लिए आईएफसीआई लिमिटेड से एक लेटर मिला है। कंपनी इस संबंध में संबंधित ऑफिसर्स से जुड़ी हुई है और सही रिएक्शन दाखिल करने की प्रोसेस में है।
कंपनी की कंप्लीट स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेल टेक्नोलॉजीज ने इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय के साथ एक कॉन्ट्रेक्ट साइन किया था। योजना के अंतर्गत, आईएफसीआई लि. को पीएलआई एसीसी योजना के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एजेंसी नियुक्त किया गया था।
इस बारे में पूछे जाने पर ओला के प्रवक्ता ने कहा है कि हमने मार्च, 2024 में अपनी गीगा फैक्ट्री में ट्रायल प्रोडक्शन शुरू किया और मई, 2024 में हमारे लिथियम-आयन सेल के लिए सफलतापूर्वक बीआईएस प्रमाण पत्र प्राप्त किया है। हमने पहले ही वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही से अपने सेल के कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू होने की घोषणा कर दी है और हम निर्धारित समयसीमा में काम पूरा करने के लिए योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही प्रवक्ता ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक सरकार की पीएलआई एसीसी योजना के अंतर्गत भारत में कमर्शियल रूप से लिथियम-आयन सेल का मैन्युफैक्चरिंग करने वाली पहली कंपनी होगी।
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शेयर मार्केट में भी ओला इलेक्ट्रिक का स्टॉक अपने निचले स्तर 53.62 रुपये पर 4 मार्च के सेशन में जा गिरा है। स्टॉक अपने लाइफटाइम हाई से 66 प्रतिशत और आईपीओ में इश्यू प्राइस 76 रुपये से करीब 30 प्रतिशत नीचे आ गया है।