Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

स्विस बैंकों में कम हो रही है भारतीयों की दिलचस्पी, 70 फीसदी की गिरावट दर्ज

देश में मोदी सरकार बनने के बाद से अब स्विस बैंक भारतीय नागरिकों की पसंद नहीं बन पा रहा है।वहां पैसे जमा की जाने वाले लोगों की संख्या व रकम में भी गिरावट देखी गई है।

  • By राहुल गोस्वामी
Updated On: Jun 20, 2025 | 04:02 PM

स्विस बैंकों से भारतीयों का मोहभंग

Follow Us
Close
Follow Us:

नई दिल्ली : हमारे देश में जब भी स्विस बैंक की चर्चा होती है तो सबका ध्यान काला धन पर चला जाता है और माना जाता है कि स्विस बैंक में अधिकतर लोगों के काले धन ही जमा हैं। मोदी सरकार बनने के बाद से स्विस बैंक भारतीय नागरिकों की पसंद नहीं बन पा रहा है। इसीलिए देखा जा रहा है कि वहां पैसे जमा की जाने वाले लोगों की संख्या व रकम में भी गिरावट देखी गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि स्विस बैंकों में स्थानीय शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों के जरिये जमा कराये गए पैसों में भारतीयों की हिस्सेदारी कम हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक नागरिकों और कंपनियों का धन 2023 में 70 फीसदी की गिरावट के साथ चार साल के निम्न स्तर पर पहुंच गया।

ऐसे हैं बैंक के आंकड़े

बैंक के ताजा आंकड़े बताते हैं कि यह रकम 1.04 अरब स्विस फ्रैंक यानी 9,771 करोड़ रुपये ही रह गई है, जबकि 2021 में 14 सालों के उच्चतम स्तर के साथ यह 3.83 अरब स्विस फ्रैंक यानी करीब साढ़े तीन गुना ज्यादा बतायी जा रही थी।

आपको बता दें कि स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक की ओर से बृहस्पतिवार को जारी वार्षिक आंकड़ों के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों के कुल धन में लगातार दूसरे वर्ष यह गिरावट देखी गयी है। इसका मुख्य कारण यह है कि बॉन्ड, प्रतिभूतियों और अन्य वित्तीय साधनों के माध्यम से धन जमा करने का रुझान घटा है। इसके अलावा, ग्राहक जमा खातों में जमा राशि और भारत में अन्य बैंक शाखाओं के माध्यम से रखे गए धन में भी खासी गिरावट आई है।स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2006 में कुल राशि लगभग 6.5 अरब स्विस फ्रैंक के रिकॉर्ड स्तर पर थी।

काले धन से नहीं है कनेक्शन

ताजा आंकड़ा स्विस नेशनल बैंक को बैंकों की तरफ से दी गई जानकारी पर आधारित बताया जा रहा है। साथ ही साथ इस बात की सफाई दी गयी है कि इसका स्विट्जरलैंड में जमा भारतीयों के कथित काले धन की मात्रा से कोई लेना-देना नहीं हैं। दरअसल, इन आंकड़ों में वह धन शामिल ही नहीं है जो भारतीयों, एनआरआई या अन्य लोगों ने तीसरे देश की संस्थाओं के नाम पर स्विस बैंकों में जमा कर रखा हो।

Indians not showing interest in swiss banks now

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jun 21, 2024 | 09:25 AM

Topics:  

  • Swiss Bank

सम्बंधित ख़बरें

1

स्विस बैंक में तीन गुना बढ़ा भारतीयों का पैसा, संसद में सरकार ने दिए आंकड़े

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.