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Share Market Today Update: बुधवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांक हरे निशान में खुले, जिससे बाजार में शुरुआती तेजी दिखी। सुबह 9:30 बजे सेंसेक्स 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 84,869.59 स्तर पर, जबकि निफ्टी 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,897.20 स्तर पर कारोबार कर रहा था।
भारतीय बेंचमार्क सूचकांक बुधवार को बढ़त के साथ खुले। सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर, प्रमुख सूचकांकों में सेंसेक्स 203.31 अंक या 0.24 प्रतिशत की बढ़त के बाद 84,869.59 स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 57.55 अंक या 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,897.20 स्तर पर बना हुआ था।
निफ्टी बैंक में भी 98.85 अंक या 0.17 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जो 59,321.20 स्तर पर कारोबार कर रहा था। ब्रॉडर मार्केट (व्यापक बाजार) में, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 123.75 अंक या 0.21 प्रतिशत की बढ़त के बाद 59,799.95 स्तर पर था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 0.08 प्रतिशत की मामूली तेजी देखी गई। शुरुआती कारोबार में निफ्टी ऑटो, आईटी, एफएमसीजी और मेटल सेक्टर में मजबूत खरीदारी देखी जा रही थी। सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, टाटा स्टील, ट्रेंट, अदाणी पोर्ट्स, टीएमपीवी, एचसीएल टेक और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स थे। दूसरी ओर, बजाज फ़ाइनेंस, भारती एयरटेल, टाइटन, इटरनल और सनफार्मा टॉप लूजर्स थे।
बाजार के जानकारों ने टिप्पणी की है कि साल खत्म होने के करीब मार्केट का स्ट्रक्चर मुश्किल होता जा रहा है। उनका मानना है कि ब्रॉडर मार्केट में भारी बिकवाली देखी जा रही है, क्योंकि वैल्यूएशन बहुत अधिक हो गया है। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि ये ऊंचे वैल्यूएशन केवल लिक्विडिटी (तरलता) की वजह से बने हुए हैं, जो कि टिकाऊ नहीं होगा।
हालांकि, विशेषज्ञों ने एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) द्वारा लगातार बिकवाली और ओवरऑल मार्केट में कमजोरी को थोड़ी निराशाजनक बताया। एफआईआई 9 दिसंबर को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 3,760.08 करोड़ रुपये के भारतीय शेयर बेचे। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 6,224.89 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। फंडामेंटल अभी भी भारत के पक्ष में मजबूत बने हुए हैं और आने वाली तिमाही में हाई ग्रोथ और कॉरपोरेट अर्निंग हासिल होने की उम्मीद है।
भारतीय बाजार को प्रभावित करने वाली एक बड़ी चिंता भारत-अमेरिका ट्रेड डील को फाइनल होने में हो रही देरी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणी कि अमेरिका में चावल डंप करने के लिए भारत पर कार्रवाई होनी चाहिए, इससे बाजार का सेंटीमेंट प्रभावित हुआ है।
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एशियाई बाजारों में, बैंकॉक, जकार्ता और सोल हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। वहीं, जापान, चीन और हांग कांग लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार मिलेजुले रहे। डाउ जोंस 0.38 प्रतिशत की गिरावट के बाद 47,560.29 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डेक 0.13 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 23,576.49 पर बंद हुआ था।






