प्रतीकात्मक तस्वीर
Share Market Update: बुधवार के दिन भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल देखने के लिए मिल रही है। जहां एक ओर बीएसई का सेंसेक्स भी लाल निशान पर ट्रेड कर रहा है, तो साथी हीं एनएसई का निफ्टी लाल निशान के साथ आगे बढ़ रहा है।
आज के प्री ओपनिंग सेशन में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का सेंसेक्स 120.97 अंकों की गिरावट के साथ 81,523.42 अंक पर ओपन हुआ है।साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 0.14 अंकों की गिरावट के साथ 24,965.80 अंक पर ट्रेड कर रहा है।
निफ्टी बैंक में 0.42 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। अधिकांश अन्य सूचकांकों में 0.50 प्रतिशत तक की मामूली गिरावट देखी गई। एनएसई का बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी पिछले तीन दिनों में जीएसटी सुधारों से संबंधित सकारात्मक घोषणाओं के कारण 364 अंक चढ़ा है, जो दिवाली से पहले लागू होने की संभावना है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा है कि अमेरिकी प्रशासन से आ रही खबरों के अनुसार, भारत पर 25 फीसदी सेकेंडरी टैरिफ लगाने की 27 अगस्त की टाइमलिमिट के बारे में पॉजिटिव संकेत नहीं मिलने के कारण, बाजार में लगातार तेजी की कोई गुंजाइश नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी, जो पूरी तरह से तर्कहीन और निष्पक्ष है और केवल पर्सनल सनक से प्रेरित है, जारी रह सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि कम समय में, इंवेस्टर्स, बैंकिंग एंड फाइनेंशियल, टेलीकॉम, होटल, हेल्थकेयर, ऑटोमोबाइल और सीमेंट जैसे घरेलू उपभोग विषयों, विशेष रूप से हाई वैल्यू वाले सेक्टर्स पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर निफ्टी 25,050 से ऊपर बना रहता है तो आने वाले सेशन्स में यह 25,250 और 25,500 के स्तर की ओर बढ़ सकता है। बाजार अभी भी तेजी के मूड में है और गिरावट खरीदारी के मौके पैदा कर सकती है।
निवेशकों द्वारा जापान के व्यापार आंकड़ों की समीक्षा के बीच, वॉल स्ट्रीट में रात भर की गिरावट के बाद, एशिया-प्रशांत बाजारों में शुरुआती कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई। विश्लेषकों के 2.1 प्रतिशत सालाना गिरावट के अनुमान से ज्यादा, जुलाई में जापान के एक्सपोर्ट में 2.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो 4 सालों में सबसे बड़ी गिरावट है।
अमेरिकी बाजारों में, डॉव जोन्स 0.02 प्रतिशत की तेजी में रहा, जबकि नैस्डैक 1.46 प्रतिशत और एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.59 प्रतिशत की गिरावट में रहे। एशिया में, चीन का शंघाई इंडेक्स और शेन्जेन इंडेक्स क्रमशः 0.04 फीसदी और 0.59 फीसदी की गिरावट में रहे। जापान का निक्केई 1.52 फीसदी गिरा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.41 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.86 फीसदी की गिरावट में रहे।
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विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी FII ने मंगलवार एक दिन की खरीदारी के बाद फिर से शुद्ध विक्रेता रहे और भारतीय शेयरों में 634.26 करोड़ रुपए की बिकवाली की। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों यानी DII ने 2,261.06 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी के साथ अपना समर्थन बनाए रखा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)