(कॉन्सेप्ट फोटो)
Gold And Real Estate vs Share Market: हर कोई अपनी आय बढ़ाने और भविष्य सुरक्षित करने के लिए निवेश करना चाहता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि निवेश कब और कहां करें। देश में सोना, रियल एस्टेट और शेयर बाजार निवेश के तीन प्रमुख विकल्प हैं। हालांकि, इन तीनों विकल्प के अपने फायदे और नुकसान हैं। आज हम बहुत आसान भाषा में समझेंगे कि इन तीनों में से कौन-सा निवेश किस स्थिति में बेहतर है और इनमें कितना जोखिम जुड़ा है। आइए सबकुछ विस्तार से जानते हैं।
भारत में सोना सिर्फ गहना नहीं, बल्कि इमरजेंसी में काम आने वाली बचत माना जाता है। महंगाई बढ़ने के साथ सोने की कीमतें भी बढ़ती रहती हैं। सोना सबसे सुरक्षित निवेशों में गिना जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे कभी भी बेच सकते हैं। जब महंगाई बढ़ती है, सोने की कीमतें भी ऊपर जाती हैं। वहीं, भरोसे के लिहाज से भारतीय परिवारों में सोना आज भी सबसे भरोसेमंद संपत्ति है।
गोल्ड में निवेश के फायदें के साथ-साथ कुछ रिस्क भी जिसे नजरअंदाज करना नुकसान का सौदा हो सकता है। सोने की औसत रिटर्न की बात करें, तो यह अन्य निवेश जैसे शेयर या प्रॉपर्टी जितना रिटर्न नहीं देता। फिजिकल गोल्ड को रखना जोखिम का काम है। इसे सुरक्षित रखना पड़ता है। सोने का सिर्फ कीमत बढ़ने पर फायदा मिलेगा।
भारत में जमीन और प्रॉपर्टी को सबसे बड़े और मजबूत निवेश के रूप में देखा जाता है। कई लोग इसे “जीवन भर की कमाई” मानते हैं। देश के अलग-अलग शहर और हाइवे के पास जमीन की कीमतें कई गुना बढ़ जाती हैं। अगर आप सही समय में निवेश करते हों तो आपको ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। घर या दुकान से हर महीने कमाई हो सकती है। एक वास्तविक संपत्ति होने की वजह से भरोसा ज्यादा।
सोने की तरह रियल एस्टेट में निवेश भी जोखिम भरा है। सबसे ज्यादा रिस्क गलत लोकेशन सरकारी नियम, कानूनी विवाद या बाजार गिरावट से भारी नुकसान हो सकता है। वहीं, अगर आपको किसी इमरजेंसी में पैसे की जरूर है, तो जमीन बेचने हो हफ्तों से महीनों तक लग जाते हैं। इसके अलावा रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए आपको लाखों और करोड़ों रुपये की जरूरत होती है। प्रॉपर्टी टैक्स, मरम्मत आदि खर्च बढ़ाते हैं।
शेयर बाजार वो जगह है जहां कम पैसा भी बहुत बड़ा बन सकता है, लेकिन जोखिम भी उतना ही होता है। शेयर बाजार के सबसे फायदे वाली बात यह है कि अच्छे शेयर 10x, 20x या उससे ज्यादा रिटर्न दे चुके हैं। इसमें आप छोटी रकम जैसे कि 500 रुपये से भी शुरू कर सकते हैं। वहीं, किसी जरूरी काम या इमरजेंसी के समय आप शेयर मिनटों में बेच सकते हैं। डिविडेंड से भी कमाई हो जाती है।
शेयर बाजार में निवेश के कुछ नुकसान भी हैं। जैसे की बाजार का उतार-चढ़ाव। मार्केट कभी भी ऊपर-नीचे हो सकता है। गलत शेयर चुनने पर पूरा पैसा डूब सकता है। शेयर मार्केट में निवेश के लिए जानकारी की जरूरत होती है। बिना रिसर्च के निवेश करना जोखिमपूर्ण हो सकता है।
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अगर आप जोखिम नहीं लेना चाहते तो सोना सबसे बेहतर। अगर आपके पास ज्यादा पैसा है और लॉन्ग टर्म तक के लिए निवेश करना चाहते हैं तो जमीन सबसे फायदेमंद। अगर आप रिस्क लेकर ज्यादा कमाई करना चाहते हैं तो शेयर बाजार सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। हर निवेशक की जरूरत, उम्र, आय और रिस्क क्षमता अलग होती है। इसलिए सही फैसला तभी है जब आप अपनी स्थिति के अनुसार सही विकल्प चुनें।