बेरोजगारी दर (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : देश में बेरोजगारी को सबसे अहम मुद्दा माना जाता है। अक्सर विपक्ष सरकार को इसी मुद्दे पर घेरकर सवाल खड़े करती है। पिछले महीने यानी अक्टूबर महीने के बेरोजगारी आंकड़ों की बात की जाएं तो ये दर जो अक्टूबर में 8.7 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी, वो नवंबर के महीने में घट गई है। नवंबर 2024 में ये बेरोजगारी दर घटकर केवल 8 प्रतिशत पर रह गई है।
बताया जा रहा है कि नवंबर के महीने में बेरोजगारों की संख्या घटकर 34 लाख हो गई है। हालांकि इस महीने सिर्फ 5 लाख लोगों को ही रोजगार का अवसर मिला है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी यानी सीएमआईआई की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने की बेरोजगारी दर घटने के बाद भी बेरोजगारी दर इस समय भी काफी ज्यादा है। आंकड़ों से पता चला है कि नवंबर दूसरा ऐसा महीना है, जब बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत से भी ज्यादा रही है। अनुमान है कि दिसंबर में भी ये आंकड़ा ऐसा ही रह सकता है।
बिजनेस की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
सीएमआईआई की रिपोर्ट में ये कहा जा रहा है कि फेस्टिव सीजन खत्म होने के बाद भी लेबर मार्केट ठंडा पड़ा हुआ है। नवंबर में करीब 29 लाख लोगों ने लेबर मार्केट छोड़ दिया। अक्टूबर के महीने में देश में 3.97 करोड़ बेरोजगार थे, हालांकि नवंबर में ये 34 लाख से घटकर तकरीबन 3.62 करोड़ रह गए है। आपको बता दें कि किसी भी व्यक्ति को बेरोजगार तब माना जाता है, जब उसे रोजगार नहीं मिल पाता है, लेकिन फिर भी वो एक्टिवली नौकरी की तलाश में रहता है।
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि 34 लाख लोगों में से करीब 30 लाख लोगों ने रोजगार की खोज बंद कर दी है। बताया जा रहा है कि ये 30 लाख लोग आसानी से नौकरी करने के लिए लेबर फोर्स में शामिल हो सकते हैं। इन आंकडों के आधार में तकरीबन 10 लाख लोग बेरोजगारों की कैटेगरी में आ गए हैं। जिसका सीधा मतलब है कि ये लोग नौकरी करने के लिए तैयार है, लेकिन ये एक्टिवली नौकरी नहीं ढूढ़ पा रहे हैं। आसार है कि दिसंबर के महीने में लेबर फोर्स में बढ़त होने के कारण लेबर मार्केट पर रोजगार देने का एक्स्ट्रा प्रेशर होगा। रोजगार बढ़ने के बाद भी बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत पर स्थिर रह सकती है।