(प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुंबई: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। आज गुरुवार को रुपया शुरुआती कारोबार में 12 पैसे की गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर 87.55 पर खुला। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ब्याज दरों में कटौती की आशंका और कमजोर आर्थिक आंकड़ों के बीच रुपया गुरुवार को गिरावट के साथ शुरुआती कारोबार कर रहा है। इसके साथ ही रुपया अपने अभी तक के निचले स्तर 87.57 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक, रुपया कमजोरी के साथ खुला और 87.55 प्रति डॉलर के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। इसकी मुख्य वजह यह है कि बाजार सहभागी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सात फरवरी 2025 को ब्याज दरों में कटौती करने का अनुमान लगा रहे हैं और सतर्क हैं।
विदेश मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि इसके अलावा विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी तथा घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख के कारण भी रुपये पर दबाव जारी रहा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.54 प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 87.55 के सर्वकालिक निचले स्तर तक फिसल गया, जो पिछले बंद भाव से 12 पैसे की गिरावट दर्शाता है।
बता दें कि पिछले दिन यानी की बुधवार को रुपया 36 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.43 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 107.69 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.71 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे और उन्होंने 1,682.83 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
बिजनेस की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें!
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार जारी गिरावट को लेकर वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे ने सोमवार को कहा था कि रुपये के मूल्य को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है, RBI इसकी अस्थिरता को संभाल रहा है। उन्होंने कहा कि इंडियन करेंसी ‘फ्री फ्लोट’ है और इसकी दर बाजार पर आधारित है और इसके लिए कोई निश्चित दर तय नहीं की जाती। वित्त सचिव के अनुसार, फॉरेन फंड आउटफ्लो के चलते एक्सचेंज रेट दबाव का सामना कर रहे हैं।