टाटा और रिलांयस (फोटो- सोशल मीडिया)
मुंबईः रिलायंस और टाटा एक बार फिर आमने-सामने हो गए हैं। इस बार जंग सस्ते और फैशनेबल कपड़ों के बाजार के लिए है। मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल ने यूस्टा ब्रांड लॉन्च किया है। यह टाटा ग्रुप के जूडियो को टक्कर देगा। जूडियो सस्ते और स्टाइलिश कपड़ों के लिए जाना जाता है। यह मुकाबला ग्राहकों के हित में है। यूस्टा अगस्त 2023 में लॉन्च हुआ था। अपने पहले साल में ही इसके 50 स्टोर खुल गए हैं।
जूडियो की तरह यूस्टा के सभी प्रोडक्ट 999 रुपये से कम में मिलते हैं। ज्यादातर प्रोडक्ट 499 रुपये से भी कम के हैं। रिलायंस रिटेल कमजोर डिमांड से जूझ रही है। यूस्टा के जरिए रिलायंस टाटा के जूडियो की सफलता दोहराना चाहती है।
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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट कहती है कि भारतीय कपड़ों के बाजार में वैल्यू फैशन सबसे तेजी से बढ़ने वाला सेगमेंट है। ऐसे में रिलायंस का इस बाजार में उतरना कोई ताज्जुब की बात नहीं है। रिलायंस और टाटा के बीच यह प्रतिस्पर्धा ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें ज्यादा विकल्प और कम दाम मिलेंगे।
जूडियो ने 2018 में अपना पहला स्टोर खोला था। तब से यह देश के सबसे बड़े अपैरल ब्रांड्स में से एक बन गया है।
शुरुआत में जूडियो स्टार बाजार के अंदर एक छोटा सा सेक्शन था। 2018 में इसे एक अलग ब्रांड बना दिया गया। अब यह ट्रेंट के कुल रेवेन्यू का एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा कंट्रीब्यूट करता है। कुछ साल पहले यह आंकड़ा सिर्फ 8 फीसदी था। ट्रेंट के लिए जूडियो सबसे तेजी से बढ़ने वाला फॉर्मेट है। स्टोर की संख्या में यह 2022 में वेस्टसाइड से आगे निकल गया। रेवेन्यू के मामले में इसने 2024 में वेस्टसाइड को पीछे छोड़ दिया।
इस साल जून तक कंपनी के 228 वेस्टसाइड स्टोर, 559 जूडियो स्टोर और 36 अन्य लाइफस्टाइल कॉन्सेप्ट स्टोर थे। कई रिटेलर्स एक दशक से भी ज्यादा समय से वैल्यू रिटेलिंग सेगमेंट में काम कर रहे हैं, लेकिन, जूडियो रेवेन्यू और स्टोर की संख्या दोनों में उन सबसे आगे निकल गया है। ट्रेंट की बिक्री 2023-24 में 50% बढ़कर 12,375 करोड़ रुपये हो गई। शुद्ध लाभ लगभग चार गुना बढ़कर 1,477 करोड़ रुपये हो गया। ट्रेंट का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू पिछले पांच सालों में 45% की सीएजीआर से बढ़ा है। इसमें जूडियो का सबसे बड़ा योगदान है। जूडियो ने वित्त वर्ष 2023-24 में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का रेवेन्यू कमाया है।
जूडियो ने भारत के छोटे शहरों के नए उपभोक्ता वर्ग की नब्ज पकड़ ली है। बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम ने इन लोगों में खरीदारी की इच्छा जगाई है। इंटरनेट और सोशल मीडिया ने इन्हें फैशन के प्रति जागरूक बनाया है। पहले, भारत का कंजम्पशन स्ट्रक्चर कुछ अमीर उपभोक्ताओं पर केंद्रित था, लेकिन, अब अर्थव्यवस्था कई शहरों में फैल रही है। इसका असर कम आय वाले लोगों पर भी पड़ रहा है। इससे वैल्यू फॉर्मेट और वैल्यू ब्रांड्स के लिए अवसर बढ़ रहे हैं। जूडियो ने छोटे शहरों के इस बढ़ते बाजार का फायदा उठाया है। यहां के लोग अब फैशन के प्रति जागरूक हो गए हैं। जूडियो की सफलता का राज स्टाइल और कम कीमत का कॉम्बिनेशन है। टाटा का नाम भी इसमें मदद करता है। टाटा दशकों से भारतीयों के लिए क्वालिटी का प्रतीक रहा है।