रिलायंस - डिज्नी (सौैजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग यानी सीसीआई ने हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी के बीच होने वाले मर्जर को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इन दोनों कंपनियों के मर्जर को मंजूरी देते हुए कॉम्पीटिशन रेग्यूलेटर ने 7 टीवी चैनल बेचने की बात कही है। साथ ही सीसीआई ने ये भी फैसला लिया है कि क्रिकेट इवेंट की ब्रॉडकास्टिंग राइट्स में एडवरटाइमेंट स्लॉट की सेल्स को न जोड़ा जाएं।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग यानी सीसीआई ने दोनों ग्रुप की मीडिया असेट के मर्जर के लिए इन उपायों को करने का सुझाव दिया है। इस मर्जर से 70,000 करोड़ रुपये की देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी अस्तित्व में आएगी। सीसीआई ने इस सौदे को मंजूरी दिए जाने के करीब 2 महीने बाद मंगलवार को अपना विस्तृत आदेश प्रिंट किया है। इसमें मर्जर के बाद संभावित कॉम्पीटिशन-रोधी कंडीशन से निपटने के लिए विभिन्न उपचारात्मक उपायों की सूची दी गई है।
मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी के पास इंडियन प्रीमियर लीग (टीवी और डिजिटल), आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट (टीवी और डिजिटल), विंबल्डन, प्रो कबड्डी लीग और बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट मैचों के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स होंगे। विज्ञापन बिजनेस ने रिलायंस मीडिया परिसंपत्तियों और वॉल्ट डिज्नी के नियंत्रण वाली स्टार इंडिया के विलय पर चिंता जताते हुए कहा था कि प्रमुख क्रिकेट आयोजनों के प्रसारण के दौरान विज्ञापनों के लिए ज्यादा शुल्क लगाया जा सकता है।
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सीसीआई के आदेश के मुताबिक, दोनों पक्षों ने फैसला किया है कि ‘वे अपने ब्रॉडकास्टिंग राइट्स वाले आईसीसी टूर्नामेंट और आईपीएल मैचों के लिए अपने टीवी और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एडवरटाइमेंट फीस को अनुचित रूप से नहीं बढ़ाएंगे।”
सीसीआई ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी दोनों को प्रतिस्पर्धा-रोधी आशंकाओं के चलते कारण बताओ नोटिस भेजा था। इसके जवाब में दोनों पक्षों ने अपनी इच्छा से प्रतिबद्धता जताई है कि वे अपने पास उपलब्ध सभी 3 क्रिकेट अधिकारों के लिए ओटीटी विज्ञापन स्लॉट बिक्री को एक साथ नहीं जोड़ेंगे। इस बीच, दोनों ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार और जियोसिनेमा अलग-अलग काम करना जारी रखेंगे।
सीसीआई के ऑर्डर के मुताबिक, स्टार जलसा मूवीज, स्टार जलसा मूवीज एचडी, कलर्स मराठी और कलर्स मराठी एचडी सहित 7 चैनल को बेचा जाएगा। इनमें से 5 चैनल का संचालन वायकॉम 18 करती है जो रिलायंस इंडस्ट्रीज का हिस्सा है। वहीं स्टार इंडिया के चैनल हंगामा और सुपर हंगामा को भी बेचा जाएगा। इसके साथ ही सीसीआई ने इन चैनल की खरीद ज़ी एंटरटेनमेंट, कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (सोनी पिक्चर्स) या दक्षिण-आधारित सन टीवी नेटवर्क की तरफ से नहीं किए जाने की भी शर्त लगाई है।
विनिवेश वाले टीवी चैनल की सेल्स की निगरानी के लिए सीसीआई एक स्वतंत्र एजेंसी नियुक्त करेगा। सीसीआई ने 28 अगस्त को कहा था कि उसने रिलायंस इंडस्ट्रीज और द वॉल्ट डिज्नी कंपनी की मीडिया परिसंपत्तियों के विलय को मंजूरी दे दी है। वर्ष 2024 की शुरुआत में इस विलय सौदे की घोषणा की गई थी। हालांकि, इस सौदे को प्रतिस्पर्धा आयोग की तरफ से जांच का सामना करना पड़ा। सौदे की मूल ट्रांसेक्शन संरचना में कुछ संशोधनों का प्रस्ताव देने के बाद यह मंजूरी दी गई है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)