आइफोन 16 (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद से एप्पल की भारत में गतिविधि काफी तेज हो गई है। एप्पल ने अपने मैन्युफैक्चरिंग हब को चीन से हटाकर भारत शिफ्ट करने के बारे में भी विचार किया है। इसी सिलसिले में एप्पल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ टिम कुक ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जून तिमाही में अमेरिका में बेचे जाने वाले ज्यादातर आईफोन की सप्लाई भारत से की जाएगी। साथ ही टैरिफ पर अनिश्चितता के बीच चीन बाकी बाजारों के लिए सबसे ज्यादा बनाना जारी रखेगा।
कंपनी की दूसरी तिमाही से संबंधित जानकारी देते हुए एप्पल के सीईओ टिम कुक ने ये कहा है कि अमेरिका में बेचे जाने वाले लगभग सभी आईपैड, मैक, एप्पल वॉच और एयरपॉड वियतनाम में बने होंगे। कुक ने कहा है कि जून तिमाही के लिए, हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका में बेचे जाने वाले ज्यादा से ज्यादा आईफोन भारत में बने होंगे। साथ ही अमेरिका में बेचे जाने वाले लगभग सभी आईपैड, मैक, एप्पल वॉच और एयरपॉड जैसे प्रोडक्ट्स वियतनाम में बने होंगे। अमेरिका के बाहर टोटल प्रोडक्ट सेल्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी चीन की होगी।
उन्होंने कहा कि जून तिमाही में एप्पल के लिए ज्यादातक एप्पल प्रोडक्ट्स पर 20 प्रतिशत टैरिफ रेट होगा जो उन प्रोडक्ट्स के लिए अमेरिका में इंपोर्ट पर लागू होता है जो चीन में बने हैं। कुक ने कहा है कि इसके अलावा, चीन के लिए अप्रैल में कुछ कैटेगरी के प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर 125 प्रतिशत का एडिशनल टैरिफ घोषित किया गया था। हमारे लिए यह हमारे कुछ अमेरिकी एप्पल केयर और हेल्पिंग डिवाइज के लिए है और इन प्रोडक्ट्स के लिए चीन पर कुल 145 प्रतिशत टैरिफ है।
बिजनेस की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
एप्पल का 29 मार्च 2025 को खत्म होने वाली दूसरी तिमाही में रेवेन्यू 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 95.35 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। यह पिछले साल की इसी अवधि में 90.75 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था । मैक और आईपैड की सेल्स में बढ़त से इसमें बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि, मार्च 2024 तिमाही में आईफोन की सेल्स 45.96 अरब अमेरिकी डॉलर से करीब 2 प्रतिशत घटकर 46.84 अरब अमेरिकी डॉलर रह गई है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)