प्रतीकात्मक तस्वीर (AI जनरेटेड)
Arms Recovered: बिहार के जमुई में मौर्य एक्सप्रेस के एक यात्री से मिली जानकारी के आधार पर रेलवे पुलिस ने ट्रेन के AC कोच से हथियारों और गोला-बारूद से भरा एक बैग बरामद किया। यह बरामदगी बुधवार देर रात 15028 डाउन मौर्य एक्सप्रेस के AC कोच A-1 से की गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हथियारों वाले बैग में दो देसी पिस्तौल, खाली मैगज़ीन, दो अतिरिक्त खाली मैगज़ीन, 18 ज़िंदा कारतूस और एक खराब कारतूस था। हैरानी की बात यह है कि पिस्तौल की एक मैगज़ीन पर “मेड इन USA” लिखा था, जिससे पता चलता है कि यह अमेरिका में बनी थी।
पिस्टल के बैरल पर “ओनली आर्मी सप्लाई” लिखा था, जिससे पता चलता है कि यह सिर्फ सेना के इस्तेमाल के लिए थी। ट्रेन में हथियारों की तस्करी और US-निर्मित मैगज़ीन और सेना की सप्लाई के लिए बने बैरल का मिलना एक चौंकाने वाली घटना है।
झाझा रेलवे स्टेशन हाउस ऑफिसर बृंद कुमार ने बरामदगी की पुष्टि करते हुए बताया कि बुधवार रात हेड कांस्टेबल रजनीश कुमार और कांस्टेबल ओम प्रकाश कश्यप किऊल से जसीडीह तक डाउन मौर्य एक्सप्रेस में एस्कॉर्ट कर रहे थे।
ट्रेन के जमुई स्टेशन पहुंचने पर जब एस्कॉर्ट पार्टी AC कोच A-1 में पहुंची तो बर्थ नंबर 29 पर बैठे एक यात्री ने उन्हें बताया कि एक काला बैग काफी समय से बर्थ के नीचे पड़ा हुआ है। जब अधिकारियों ने कोच में मौजूद दूसरे यात्रियों से पूछताछ की, तो सभी ने बैग के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया।
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इसके बाद अधिकारियों ने मोबाइल फोन से झाझा रेलवे स्टेशन हाउस ऑफिसर को सूचना दी। बाद में रात करीब 10:15 बजे, जब ट्रेन झाझा स्टेशन पहुंची तो एस्कॉर्ट पार्टी ने बैग ज़ब्त कर लिया। रेलवे पुलिस स्टेशन में बैग की तलाशी लेने पर सभी हथियार बरामद हुए।
रेलवे स्टेशन हाउस ऑफिसर बृंद कुमार ने बताया कि लावारिस मिले हथियारों के बैग के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। यह ध्यान देने वाली बात है कि ट्रेन से हथियारों की तस्करी का यह पहला मामला नहीं है। पहले भी बने हुए और आधे-अधूरे बने हथियार बरामद किए जा चुके हैं।
जिस पर मौर्य एक्सप्रेस से यह ताज़ा बरामदगी हुई है वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से ओडिशा के संबलपुर तक चलती है। इसलिए, इन हथियारों के साथ ट्रेन में कौन और कहा से चढ़ा? कहां और किस मकसद से पहुंचाया जाना था, इन सभी पहलुओं की गहन जांच की ज़रूरत है।