सम्राट चौधरी और प्रशांत किशोर, फोटो- सोशल मीडिया
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं और राजनीतिक बयानबाजी भी चरम पर है। इसी कड़ी में जनसुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने राज्य के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। किशोर ने दावा किया कि सम्राट चौधरी 1995 के मुंगेर हत्याकांड में आरोपी रहे हैं। इस आरोप पर सम्राट चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलकर जवाब दिया और इसे “राजनीतिक साजिश” करार दिया।
सम्राट चौधरी ने कहा कि उन्हें साल 1995 में एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत जेल भेजा गया था। उन्होंने कहा, “हमारे पूरे परिवार के 22 लोगों को जेल में डाला गया था। लालू प्रसाद यादव की सरकार ने उस समय गुंडों के जरिए हमें प्रताड़ित किया। हमारे साथ जो अन्याय हुआ, उसकी शिकायत मानवाधिकार आयोग तक पहुंची और आयोग ने लालू सरकार के खिलाफ कार्रवाई भी की।” सम्राट ने दावा किया कि उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके समर्थन में 7 किलोमीटर पैदल मार्च किया था। उन्होंने कहा कि यह मामला आज भी सार्वजनिक रिकॉर्ड में दर्ज है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्ष जब चुनाव में घिरता है तो पुरानी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश करता है। उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर को इस बात का जवाब देना चाहिए कि उन्होंने अपने एफिडेविट में जो संपत्तियां दिखाई हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। जवाबदेही सबकी तय होगी। जनता सब जानती है और सही समय पर निर्णय लेगी।”
प्रशांत किशोर ने सम्राट चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह 1995 के मुंगेर हत्याकांड में नामजद आरोपी थे। किशोर ने यह भी कहा कि चौधरी ने 2020 के चुनावी हलफनामे में अपनी उम्र 51 वर्ष बताई थी, जिसके अनुसार 1995 में वह 26 साल के थे, यानी नाबालिग नहीं थे। इसके बावजूद उन्हें उस वक्त रिहा किया गया, जो कानूनन गलत है।
यह भी पढ़ें: NCRB Report 2023: हत्या और अपहरण के मामलों में यूपी-बिहार शीर्ष पर, एनसीआरबी की लिस्ट में आखिरी कौन?
डिप्टी सीएम द्वारा उठाए गए सवालों पर जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले तीन सालों में उनकी कमाई 241 करोड़ रुपये रही है और उन्होंने 20 करोड़ से ज्यादा का इनकम टैक्स चुकाया है। साथ ही, उन्हें 98 करोड़ रुपये दान में भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि सभी आर्थिक गतिविधियां पारदर्शी हैं और कानून के दायरे में हैं।