'कनपटी पर कट्टा' का खेड़ा ने दिया जवाब
Bihar Election Political Controversy: बिहार चुनाव का माहौल गरमाता जा रहा है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसने सियासी पारे को चढ़ा दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक अटपटी सलाह दी है। खेड़ा ने कहा कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनपटी पर कट्टा रखकर खुद को सीएम फेस घोषित करवा लेना चाहिए। इस बयान के सामने आते ही बिहार की राजनीति में खलबली मच गई है और इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
पवन खेड़ा का यह बयान दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के उस तंज का जवाब माना जा रहा है, जिसमें पीएम अक्सर अपनी रैलियों में कहते हैं कि राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर तेजस्वी यादव को सीएम फेस बनवाया। पीएम मोदी राजद पर कट्टा, दोनाली और अपहरण की संस्कृति का आरोप लगाते रहे हैं। पवन खेड़ा ने पटना में इसी भाषा का जवाब देते हुए कहा कि नीतीश कुमार को भी यही तरीका अपनाना चाहिए, क्योंकि वे (पीएम) ऐसे आपको सीएम फेस घोषित नहीं करने वाले हैं।
अपने इस अटपटे बयान पर पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि उन्हें (पीएम) वही भाषा समझ में आती है। उन्होंने कहा कि गुजरात में भी ऐसे ही सत्ता चलाई गई। खेड़ा ने केशुभाई पटेल से लेकर हरेन पांड्या तक के किस्सों का जिक्र किया और कहा कि यह सब लोग जानते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस प्रदेश से वे (पीएम) आते हैं, वहीं से गांधी भी आए हैं, इसलिए ऐसी भाषा नहीं चलेगी। खेड़ा ने यह भी आशंका जताई कि उनके इस बयान पर नया केस हो सकता है, क्योंकि पहले से ही कई केस हो रखे हैं। इस बयान पर जदयू और बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस नेता की कड़ी आलोचना की है।
यह भी पढ़ें: 1 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र, 19 दिन में होंगे 15 बैठकें; छोटे सेशन में बड़े हंगामे के आसार
पटना के एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस मीडिया सह पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने पहले चरण के चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि पहले चरण की 121 सीटों में से 72 सीटों पर महागठबंधन की जीत पक्की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की रैलियों से भी महागठबंधन को ही लाभ मिल रहा है। खेड़ा ने बेरोजगारी, पलायन और सरकार के प्रति नाराजगी को चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा बताया। उन्होंने यह भी मांग की कि गृह मंत्री अमित शाह होटल में किससे मिल रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान होटल का सीसीटीवी कैमरा बंद कर दिया जाता है। खेड़ा ने दावा किया कि पहले चरण के मतदान के बाद राज्य के अधिकारी अब एनडीए नेताओं से डर नहीं रहे हैं।