अनंत सिंह व ललन सिंह (फाइल फोटो)
Mokama News: बिहार विधानसभा चुनाव में मोकामा की लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है। दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद सबकी निगाहें मोकामा पर टिकी हैं। प्रशासन और चुनाव आयोग ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है और एनडीए के नेता भी मोकामा में काफी सक्रिय हो गए हैं।
दुलारचंद हत्याकांड में अनंत सिंह के जेल जाने के बाद, जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मोकामा की कमान संभाल ली है। सोमवार को चुनाव प्रचार कर रहे ललन सिंह ने कहा कि कानून निष्पक्ष रूप से काम कर रहा है, लेकिन मोकामा की घटना एक साजिश है जिसकी पुलिस गहन जांच कर रही है।
ललन सिंह ने पंडाकर में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 30 अक्टूबर की घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की टीमें तुरंत पहुंचीं और जांच की। तुरंत कार्रवाई की गई। सुशासन की सरकार ने ईमानदारी से काम किया। हमने कानून के शासन का सम्मान किया।
इस दौरान ललन सिंह ने कहा कि आज अनंत सिंह यहां नहीं हैं। ऐसे में मैंने चुनाव की कमान संभाली है। लेकिन जो हुआ उसमें एक बड़ी साजिश है। यह घटना अचानक नहीं हुई। यह एक साजिश थी। पुलिस जांच कर रही है। पूरी साजिश का पर्दाफाश होगा।
अनंत सिंह ने कहा कि अनंत सिंह के रूप में चुनाव लड़ना सबकी ज़िम्मेदारी है। सबको पता होना चाहिए कि जब वो नहीं थे, तब हमारी ज़िम्मेदारी कम थी, लेकिन अब जब वो नहीं रहे, तो हमने मोकामा चुनाव की कमान संभाल ली है। आप भी अपनी ज़िम्मेदारी समझें।
जानकारी के मुताबिक, मोकामा में सवर्णों के साथ-साथ अति पिछड़ा वोटों को भी एनडीए के पाले में लाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मोकामा आ सकते हैं। पूरी टीम ने अब मोकामा में पिछड़े वोट बैंक को लुभाने की रणनीति बनाई है।
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ललन सिंह ने आगे कहा कि मोकामा में सिर्फ चुनाव ही नहीं जीतना है, बल्कि जनता के विश्वास को भी बहाल करना है। इसके अलावा अनंत सिंह की पत्नी विधायक नीलम देवी भी चुनाव प्रचार जोर-शोर से जुटी हैं। वह महिलाओं की टीम बनाकर वे पति के लिए वोट मांग रही हैं।