प्रशांत किशोर, (संस्थापक, जन सुराज पार्टी)
पटना: जनसुराज पार्टी ने बुधवार को दावा किया कि उसके संस्थापक प्रशांत किशोर की तबीयत बहुत खराब हो गई है। प्रशांत किशोर ने पिछले सप्ताह आमरण अनशन शुरू किया था और एक दिन पहले उन्हें एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा था। जनसुराज पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती ने बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीना को ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि दो जनवरी से केवल पानी पी रहे किशोर अपने आमरण अनशन पर पुनर्विचार कर सकते हैं, अगर उनकी मांगें मान ली जाएं।
मनोज भारती ने कहा कि हमारे ज्ञापन में वे पांच मांगें हैं, जिनके लिए प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर हैं। हमने मुख्य सचिव को बताया कि डॉक्टरों का मानना है कि अगर वह सामान्य भोजन लेना शुरू नहीं करते हैं, तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर आमरण अनशन के बारे में तभी पुनर्विचार करेंगे, जब इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और छात्रों के प्रतिनिधिमंडल की जल्द से जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात तय की जाएगी।
दो पन्नों के ज्ञापन में जिन मांगों का उल्लेख किया गया है उनमें 13 दिसंबर को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में कथित भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच और पिछले एक दशक में हुई प्रश्नपत्र लीक जैसी अनियमितताओं पर “श्वेत पत्र” शामिल हैं। अन्य मांगों में 18 से 35 वर्ष की आयु के बेरोजगारों के लिए भत्ते 2015 के विधानसभा चुनाव में किये गये वादे और सरकारी नौकरियों में राज्य के युवाओं का दो-तिहाई प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने वाली डोमेसाइल नीति शामिल हैं। ज्ञापन की प्रतियां मीडिया को दी गयीं। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मनोज भारती ने यह भी कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के बीच बीपीएससी ने केवल कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों के लिए नए सिरे से परीक्षा का आदेश दिया था, जबकि अन्य लोगों ने विरोध किया था कि उन्हें समान अवसर से वंचित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर की परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना उच्च न्यायालय में बहुत जल्द एक याचिका दायर की जाएगी। हम उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। पटना सिविल कोर्ट में सोमवार को कथित रूप से हंगामा करने के लिए प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों के खिलाफ पटना पुलिस द्वारा तीसरी प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बारे में पूछे जाने पर मनोज भारती ने कहा कि अपनी तीसरी प्राथमिकी में लगाए गए आरोप निराधार और वास्तविकता से बहुत दूर हैं। हम इस संबंध में उचित कदम उठाएंगे।
बता दें कि इससे पहले प्रशांत किशोर को यहां गांधी मैदान से सोमवार को गिरफ्तार किया गया था, जहां वह भूख हड़ताल कर रहे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, किशोर और उनके समर्थकों को विरोध स्थल से हटा दिया गया क्योंकि प्रदर्शन एक प्रतिबंधित क्षेत्र के पास हो रहा था। बीपीएससी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के कारण विवादों में घिर गई है। हालांकि सरकार ने आरोपों का खंडन किया है, लेकिन पटना के एक केंद्र पर परीक्षा में शामिल हुए 12,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित कराई गई है।