Suzuki करने जा रहा कई बड़े काम। (सौ. Shutterstock)
Suzuki India Manufacturing: Suzuki Motor Corporation के अध्यक्ष Toshihiro Suzuki ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि भारत कंपनी की आने वाली इलेक्ट्रिक SUV e Vitara के लिए ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा। यह घोषणा दर्शाती है कि Suzuki की वैश्विक इलेक्ट्रिक व्हीकल रणनीति (Global EV Strategy) में भारत की भूमिका कितनी अहम है।
तोशिहिरो सुजुकी ने एक इंडस्ट्री फोरम में कहा, “भारत ने नीति और निवेश के स्तर पर इतनी प्रगति कर ली है कि अब यह विश्व बाजार के बराबर खड़ा है। यहां बनी e Vitara को जापान समेत यूरोप और 100 से अधिक देशों में एक्सपोर्ट किया जाएगा। यह भारतीय मैन्युफैक्चरिंग की उस क्षमता को साबित करता है, जो उच्चतम वैश्विक मानकों पर खरी उतरती है।”
यह बयान और भी खास हो जाता है क्योंकि जापान परंपरागत रूप से विदेशी कारों के आयात से हिचकिचाता रहा है। ऐसे में भारत से बनी e Vitara का जापान तक एक्सपोर्ट होना भारतीय उत्पादन की गुणवत्ता पर गहरा विश्वास जताता है।
Suzuki ने भारत में अगले 5 से 6 वर्षों में 70,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का ऐलान किया है। वहीं, यूरोप के कड़े मानकों की स्वीकृति यह दिखाती है कि भारत डिजाइन, सुरक्षा और सस्टेनेबिलिटी जैसे वैश्विक पैमानों पर खरा उतर सकता है।
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कंपनी के अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि Suzuki भारत को केवल पारंपरिक वाहनों का बाजार नहीं मानता, बल्कि इसे क्लीन मोबिलिटी की दिशा में बदलाव का केंद्र बनाना चाहता है। सुजुकी ने रोडमैप बताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में कंपनी एथनॉल, बायोफ्यूल्स, हाइब्रिड सिस्टम्स और फुल इलेक्ट्रिफिकेशन पर जोर देगी।
उन्होंने कहा, “आने वाले पांच से छह वर्षों में भारत Suzuki की कार्बन रिडक्शन और सतत विकास (Sustainable Growth) की महत्वाकांक्षाओं का केंद्र बना रहेगा।”
e Vitara एक्सपोर्ट प्रोग्राम के बाद यह साफ हो गया है कि भारत न केवल Suzuki का सबसे बड़ा बाजार है बल्कि कंपनी का वैश्विक ईवी उत्पादन केंद्र भी बन गया है। यह पहल आने वाले समय में भारत की पहचान को Suzuki के लो-इमिशन फ्यूचर में और मजबूत बनाएगी।