Mahindra Marksman कुछ है खास। (सौ. X)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: देश की रक्षा, अर्धसैनिक बलों और पुलिस कर्मियों को छोटे हथियारों और ग्रेनेड हमलों से सुरक्षा प्रदान करने वाला भारत का पहला आर्मर्ड इन्फैंट्री मोबिलिटी वाहन है महिंद्रा मार्क्समैन (Mahindra Marksman)। इसे विशेष रूप से आतंकवाद विरोधी अभियानों और पारंपरिक सैन्य मिशनों दोनों में उपयोग के लिए तैयार किया गया है।
महिंद्रा मार्क्समैन को पहली बार साल 2009 में सार्वजनिक रूप से पेश किया गया था। इसे सबसे पहले मुंबई पुलिस की विशेष इकाई ‘फोर्स वन’ ने उपयोग में लिया। इसके बाद केंद्रीय औऱ राज्य स्तरीय कई पुलिस बलों जैसे सीआरपीएफ (CRPF), बीएसएफ (BSF) और सीआईएसएफ (CISF) ने इसे अपने बेड़े में शामिल किया।
महिंद्रा मार्क्समैन 7.62×51mm NATO Ball M80, 7.62×39mm Ball PS और 5.56×45mm Ball M193 जैसे हथियारों की 10 मीटर दूरी से 90 डिग्री कोण पर तीन सीधे हमलों को झेलने की क्षमता रखता है।
यह वाहन इन्हीं हथियारों की 10 मीटर दूरी से 45 डिग्री कोण पर होने वाले तीन हमलों को भी सहने में सक्षम है।
इसके नीचे दो जर्मन मानक के DM 51 हैंड ग्रेनेड एकसाथ फटने की स्थिति में भी वाहन में मौजूद कर्मियों को कोई नुकसान नहीं होता।
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