शनि दोषों की मुक्ति के लिए करें उपाय (सौ.सोशल मीडिया)
– सीमा कुमारी
सनातन हिन्दू धर्म में शनि देवता को न्याय का देवता माना जाता है और उन्हें दंडाधिकारी भी कहा जाता है जो हर कर्मों का हिसाब करते हैं। वैसे तो हमारे देश में शनिदेव के कई मंदिर हैं लेकिन, हमारे देश में शनि देवता का एक ऐसा मंदिर भी है, जो करीब 7000 फुट की उंचाई पर बना है और इस मंदिर में सैकड़ों सालों से एक अखंड ज्योति आज भी जल रही है। ऐसी भी मान्यता है कि इस मंदिर में हर साल कोई न कोई चमत्कार अवश्य होता है। आइए जानते हैं इस शनि मंदिर के बारे में विस्तार से…
शनि देवता का यह मंदिर हमारे देश की देवभूमि कही जाने वाली उत्तराखंड के खरसाली में बना हुआ है। इस मंदिर को शनिदेव धाम कहा जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान शनि यहां पर साल के 12 महीने विराजमान रहते हैं।
ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने करवाया था। शनिदेव का यह मंदिर वैसे तो पांच मंजिला है लेकिन, बाहर से देखने पर यह पांच मंजिला नहीं दिखाई देता है। इस मंदिर का निर्माण पत्थर और लकड़ी से किया गया है।
इस शनि धाम मंदिर में शनिदेव की कांस्य की मूर्ति विराजमान है और साथ ही एक अखंड ज्योति भी जल रही है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर की अखंड ज्योति के दर्शन मात्र से ही जीवन के सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और मंदिर में शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति को कुंडली के शनि दोष से भी छुटकारा मिल जाता है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक इस मंदिर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक चमत्कार होता है। जिसके तहत मंदिर के ऊपर रखे घड़े खुद ही बदल जाते हैं। इस दिन जो कोई भी शनि मंदिर में दर्शन के लिए आता है उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।