नई दिल्ली: देखा जाए तो आम तौर पर हर इंसान नए साल साल (New Year 2024) की शुरुआत एक नए संकल्प से करने की कोशिश करता है। वहीँ वह अपने इस संकल्प को पूरा करने के लिए सभी अपने-अपने धर्म के अनुसार ईश्वर, अल्लाह या गॉड का आशीर्वाद चाहता है। इसके लिए वो बाकयदा मंदिर, मस्जिद या चर्च में जाकर प्रार्थना भी करता है।
हमेशा की ही तरह आने वाले नए साल 2024 के पहले ही दिन मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिलेगी। दरअसल नए साल पर लोग देवी-देवता के दर्शन कर अपने साल को बेहतर बनाए रखने की मनोकामनाएं मांगते हैं।
इस बार नए साल में जम्मू के माता वैष्णो देवी मंदिर से लेकर ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ दिखाई देगी। इसके साथ ही महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और अन्य राज्यों के मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलेगी।
देश के इन मंदिरों में होगी भीड़
नए साल 2024 के पहले दिन जम्मू के कटरा में माता वैष्णो देवी के धाम पर सैकड़ों भक्त पहुंचेंगे। यहां पहुंचकर भक्त अपने साल को बेहतर बनाये रखने के लिए मनोकामनाएं मांगते हैं। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए भक्त सुबह से ही यहाँ लाइन में लग जाते हैं।
इसी तरह साल 2024 के पहले दिन मुंबई के प्रतिष्ठित सिद्धिविनायक मंदिर में भक्त सुबह की आरती देखने और भगवान गणेश से आशीर्वाद लेने के लिए विशेष प्रार्थना करने के लिए एकत्र होते हैं। इस मंदिर में मुंबई के स्थानीय लोगों के अलावा देशभर से भक्त दर्शन करने आते हैं।
इसके साथ ही महाराष्ट्र में शिरडी साईं बाबा मंदिर, अक्कलकोट स्वामी का मंदिर, सप्तश्रृंगी देवी का मंदिर समेत कई मंदिर समितियों ने श्रद्धालुओं की भावनाओं और कामनाओं को ध्यान में रखते हुए 31 दिसंबर को मंदिरों के कपाट 24 घंटे के लिए खोल दिए जाते हैं। कई मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए दर्शन के लिए खास व्यवस्था भी की जाती है।
मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर की तर्ज पर ही उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी नए साल की पहली सुबह में भक्त भगवान महाकाल की आरती देखने के लिए पहुँचते हैं। मंदिर में सुबह-सुबह भगवान शिव की ‘भस्म आरती’ की जाती है। ऐसी मान्यता है की केवल उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में ही शिव को जगाने के लिए आरती की जाती है।
वहीँ वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में भी नए साल के पहले दिन पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कतार में लगी देखी जा सकती है। इसी के साथ यहां वाराणसी के अस्सी घाट के पास सुबह-सुबह ‘गंगा आरती’ भी की जाती है।
नए साल के पहले ही दिन ओडिशा के पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। जानकारी दें कि नए साल का स्वागत करने के लिए यहां के प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी के समुद्र तट पर रेत की मूर्ति भी बनाते हैं।
वैसे तो तमिलनाडु में बड़ी संख्या में मंदिर हैं। हालांकि नए साल में चेन्नई के वाडापलानी मुरुगन मंदिर में भगवान मुरुगन के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। वहीं चेन्नई में अन्ना नगर के चर्च में भी भीड़ दिखती है। सतह ही कोयंबटूर में बेबी जीसस चर्च में भी प्रार्थना के लिए लोग जमा होते हैं।