File Photo
गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन (dehydration in summer), वायरल फीवर (viral fever), फूड पॉइजनिंग (food poisoning) जैसी समस्याएं होना आम बात है। इन समस्याओं से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। कुछ सावधानियां इन बीमारियों से हमें आसानी से बचा जा सकती हैं। गर्मी ही एक ऐसा मौसम है जिसमें खाना कम और पानी ज्यादा पीने की सलाह दी जाती है। साथ ही, खाने में भी हेल्दी फूड (healthy food in summer) शामिल करना चाहिए, वरना फूड पॉइजनिंग की समस्या से दो-चार होना पड़ सकता है।
अगर खाने के कुछ घंटों बाद जी मिचलाना, उल्टी (vomiting), पेट में दर्द (stomach ache) या ऐंठन होती है या दस्त (diarrhea) होने लगता है, तो ये फूड पॉइजनिंग के प्रमुख लक्षण हैं। आईए जानें फूड पॉइजनिंग के लक्षण और उपचार…
लक्षण (Symptoms Of Food Poisoning)-
फूड पॉइजनिंग होने पर व्यक्ति को पेट में दर्द होता है। इसके साथ दस्त, उल्टी, बुखार आना शुरू हो जाता है। बुखार के साथ डिहाइड्रेशन, सिरदर्द और थकान भी हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि ख़ास देखभाल करें और उपाय करें।
फूड पॉइजनिंग से बचने के उपाय-
फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए बासी भोजन खाने से बचें। जहां तक हो सके ताजा भोजन करें। अगर बार-बार उल्टी (vomiting) हो रही है, दस्त होते दो-तीन दिन हो चुके हैं, पेट दर्द और ऐंठन महसूस हो, बुखार, डिहाइड्रेशन, मांसपेशियों में कमजोरी, धुंधला नजर आ रहा हो, तो इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें। सड़क किनारे (Street food) बिकने वाले खाने-पीने के सामान भी ‘फूड पॉइजनिंग’ के कारण हो सकते हैं।
ऐसे में घर का बना खाना सेहत के लिए अच्छा होता है। अगर खाना साफ-सुथरी जगह में न बनाया जाए तो उसके दूषित होने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। अत्यधिक गर्मी के कारण खाने में बैक्टीरिया बहुत तेजी से पनपते हैं। जिससे फूड पॉइजनिंग हो जाती है।
घरेलू उपाय-
इन सामान्य घरेलू उपायों से फूड पॉइजनिंग की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
-सीमा कुमारी