अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट (फोटो- सोशल मीडिया)
Trump Putin Meeting: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप से अलास्क में यूक्रेन युद्ध को लेकर अहम बैठक करने वाले हैं। लेकिन इससे पहले अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर दोनों नेताओं के बीच बैठक को कोई नतीजा नहीं निकलता है, तो इसके परिणाम रूस के साथ भारत को भी भुगतना पड़ सकता है।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि, वार्ता विफल होने की स्थिती में भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत के टैरिफ को और बढ़ा सकते हैं। बेसेंट का बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब पुतिन और ट्रंप के 15 अगस्त को अकास्का में बैठक होने जा रही है। माना जा रहा है कि इस मीटिंग का असर रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ पूरी दुनिया पर पड़ेगा।
बेसेंट ने मीडिया इंटरव्यू में कहा कि, अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर सेकेंडरी टैरिफ लगाए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि हालात नहीं सुधरे, तो ये टैरिफ और प्रतिबंध और भी सख्त किए जा सकते हैं। ट्रंप प्रशासन ने इस महीने की शुरूआत में रूस से तेल और हथियारों की खरीद पर भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया था।
बेसेंट ने आगे कहा, अमेरिका वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता की कोशिश कर रहा है। ट्रंप ने बुधवार को साफ किया कि अगर रूस शांति समझौते के लिए तैयार नहीं होता, तो उसे “गंभीर परिणामों” का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप लगातार रूस पर शांति समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। ट्रंप ने यूरोपिय देशों से कहा कि उन्हें भी इन प्रतिबंधों में शामिल होना चाहिए और सेकेंडरी प्रतिबंधों को लागू करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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बेसेंट ने कहा कि, भारत का रवैया व्यापार वार्ता के दौरान “कुछ हद तक जिद्दी” रहा है। ट्रंप का दावा है कि उनके टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और वैश्विक व्यापार को अधिक न्यायसंगत बनाने की रणनीति का हिस्सा हैं। उन्होंने कई बार भारत पर टैरिफ का गलत फायदा उठाने वाला देश होने का आरोप लगाया है।