पीएम मोदी ने कुवैत में लेबर कैंप का दौरा किया फोटो सोर्स: वीडियो से स्क्रीन ग्रैब
कुवैत सिटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत दौरे पर हैं। वह शनिवार को यहां पहुंचे। उनका भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने कुवैत की अपनी यात्रा के पहले कार्यक्रम के रूप में यहां के मीना अब्दुल्ला क्षेत्र में लेबर कैंप यानी श्रमिक शिविर का दौरा किया। जहां लगभग 1500 भारतीय नागरिकों के कामगार मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री ने भारत के अलग-अलग राज्यों से आए भारतीय कामगारों से मुलाकात और बातचीत की। साथ ही उनका हालचाल जाना। पीएम मोदी द्वारा विदेश में भारतीय श्रमिकों के कल्याण योजना को दिए जाने वाले महत्व का प्रतीक है। पिछले कुछ सालाें में, सरकार ने विदेश में भारतीय श्रमिकों के कल्याण के लिए ई-माइग्रेट पोर्टल, मदद पोर्टल और उन्नत प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसी कई प्रौद्योगिकी-आधारित पहल की हैं।
पीएम मोदी का लेबर कैंप में दौरा
#WATCH कुवैत: पीएम नरेंद्र मोदी गल्फ स्पिक लेबर कैंप पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां पर भारतीय कामगारों से मुलाकात की। (सोर्स-डीडी) pic.twitter.com/DvrULzW1nX — ANI_HindiNews (@AHindinews) December 21, 2024
बता दें कि पीएम मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए कुवैत में हैं। जहां वो कुवैती नेताओं के साथ बातचीत और भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही मोदी कुवैत के अमीर शेख मिशअल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं। 43 साल बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत की ये पहली यात्रा है। यात्रा के दौरान मोदी कुवैत के नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे और भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे।
कुवैत पहुंचने पर पीएम मोदी का X पर पोस्ट
Landed in Kuwait to a warm welcome. This is the first visit by an Indian PM in 43 years, and it will undoubtedly strengthen the India-Kuwait friendship across various sectors. I look forward to the programmes scheduled for later today and tomorrow. pic.twitter.com/nF67yTHS1f — Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2024
प्रधानमंत्री की यात्रा से एक दिन पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कुवैत के साथ द्विपक्षीय निवेश संधि और रक्षा सहयोग समझौते पर चर्चा जारी है। विदेश मंत्रालय में सचिव प्रवासी भारतीय मामले अरुण कुमार चटर्जी ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान कुछ द्विपक्षीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।