PNB घोटाले का आरोपी मेहुल चौकसी बेल्जियम से गिरफ्तार (फोटो सोर्स - सोशल मीडिया)
बेल्जियम: पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी को भारतीय ऐजेसिंयों के कहने पर बेल्जियम से गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें की यह गिरफ्तारी भारतीय ऐजेंसियों की अपील पर हुई है। पंजाब नेशनल बैंक से लोन फ्रॉड मामले में आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 65 वर्षीय चोकसी को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अनुरोध पर बेल्जियम पुलिस ने शनिवार (12 अप्रैल) को गिरफ्तार किया था। वह अभी भी जेल में है।
मेहुल चोकसी ने पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये का लोन फ्रॉड किया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह भारत से भागकर एंटीगुआ पहुंच गया था। चोकसी 2018 से एंटीगुआ में रह रहा है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी इलाज के लिए बेल्जियम गया था। ईडी ने चोकसी के खिलाफ तीन चार्जशीट दाखिल की हैं। 2019 में ईडी ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया था कि चोकसी ‘भगोड़ा और फरार’ है।
मुंबई की अदालत से दो गिरफ्तारी वारंट जारी
बेल्जियम पुलिस ने मेहुल चोकसी को गिरफ्तार करते समय मुंबई की एक अदालत द्वारा उसके खिलाफ जारी दो गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये वारंट 23 मई, 2018 और 15 जून, 2021 को जारी किए गए थे। हालांकि, कहा जा रहा है कि मेहुल चोकसी खराब स्वास्थ्य और अन्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत और तत्काल रिहाई की मांग कर सकता है।
चोकसी पर पीएनबी से 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप
मेहुल चोकसी करोड़ों रुपये के पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी है। यह घोटाला 13,500 करोड़ रुपये से अधिक का है। 2018 में ईडी ने चोकसी की 1,217 करोड़ रुपये की 41 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया था। जब्त की गई संपत्तियों में मुंबई के पॉश इलाके में उसके दो फ्लैट, कोलकाता में एक मॉल, मुंबई-गोवा हाईवे पर 27 एकड़ जमीन, तमिलनाडु में 101 एकड़ जमीन, नासिक, नागपुर, आंध्र प्रदेश में जमीनें, ऑलबाग में दो बंगले और सूरत में एक ऑफिस शामिल है।
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भारत से कब भागा था मेहुल चोकसी
मेहुल चोकसी जनवरी 2018 में अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ भारत से भाग गया था। पंजाब नेशनल बैंक में लोन धोखाधड़ी का मामला सामने आने से पहले ही ये दोनों देश छोड़कर भाग गए थे। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक घोटाला था। इस मामले के सामने आने से पहले ही चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी। साल 2021 में जब वह क्यूबा जा रहा था तो उसे डोमिनिका में पकड़ लिया गया था। इसके बाद मेहुल ने कहा था कि राजनीतिक साजिश के चलते उसके खिलाफ ये मामले चलाए जा रहे हैं। उसने यह भी कहा था कि ईडी ने भारत में उसकी संपत्तियों को अवैध रूप से जब्त किया है।